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राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र

देश की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा नाथद्वारा में स्थापित होगी

भारत की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा राजस्थान के राजसमन्द जिले के श्रीजी धाम श्रीनाथद्वारा के गणेश टेकरी मार्ग में 251 फीट (लगभग 25 मंजिल के बराबर) स्थापित की जाएगी। इस प्रतिमा की स्थापना के लिए शिलान्यास 18 अगस्त 2011 को राष्ट्र संत मुरारी बापू, राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, केन्द्रीय मंत्री डॉ सी पी जोशी तथा स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल आदि अतिथियों द्वारा किया गया। शिलान्यास कार्यक्रम में मिराज उद्योग समूह के सीएमडी श्री मदन पालीवाल उपस्थित थे। गौरतलब है कि यह मूर्ति नाथद्वारा मिराज उद्योग समूह द्वारा अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो जाने के उपलक्ष्य में स्थापित किए जाने की योजना है। इसका निर्माण तकरीबन तीन वर्ष में पूरा होगा तथा इसमें करोड़ों रुपयों का व्यय होगा। इसमें प्रतिमा में भगवान महादेव के हाथों में त्रिशूल नहीं होगा और न ही वे आशीर्वाद देने की मुद्रा में होंगे। मस्ती के स्वरूप की अवस्था में स्थापित यह प्रतिमा सीमेंट तथा कंक्रीट से बनाई जाएगी। इस अवसर पर संत श्री मुरारी बापू ने कहा कि नाथद्वारा में श्रीनाथजी के रूप में रसराज भगवान श्रीकृष्ण बिराज रहे हैं। रसराज श्रीनाथजी की इच्छा से ही यहाँ नटराज प्रभु यहाँ पधार रहे हैं। मूर्ति स्थापना के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया राजस्थान सरकार से पूरी हो चुकी है। कार्यक्रम में खेल राज्यमंत्री श्री मांगीलाल गरासिया, सासंद श्री गोपालसिंह शेखावत, विधायक श्री गणेशसिंह परमार, प्रमुख शासन सचिव श्री जी.एस. संधू, नाथद्वारा नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती गीता शर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

देश के प्रसिद्ध चित्रकार पी.एन. चोयल का निधन

प्रसिद्ध चित्रकार व कलामर्मज्ञ श्री पी. एन. चोयल का शुक्रवार दिनांक 30 अगस्त को निधन हो गया। वे 88 वर्ष के थे। श्री चोयल का जन्म 5 जनवरी 1924 को कोटा में हुआ था। जयपुर में आर्ट स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से शिक्षा प्राप्त की। बाद में उन्होंने लंदन में आर्ट की शिक्षा भी ली थी। वे उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में व्याख्याता बने। यहां उन्होंने कलाजगत व कलाशिक्षा के क्षेत्र में कई रचनात्मक कार्य किए। उन्होंने रूस, जापान, फ्रांस, लंदन आदि में आयोजित कई सेमिनारों, कला शिविरों और प्रदर्शनियों में भाग लिया तथा कई सम्मान पाया। श्री चोयल को राजस्थान ललित कला अकादमी से 6 बार, आई फैक्स नई दिल्ली से तीन बार, अमृतसर फाइन आर्ट अकादमी से दो बार सहित 1988 में राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।

हबीब खान गौराण आरपीएससी के अध्यक्ष नियुक्त

राज्य सरकार ने दिनांक 31 अगस्त 2012 को एक आदेश जारी कर सेवानिवृत्त आई. पी. एस. अधिकारी श्री हबीब खान गौराण को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का अध्यक्ष नियुक्त किया। श्री हबीब ने 31 अगस्त 2012 को ही शाम को इस पद पर कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। वे वर्तमान में आरपीएससी के ही सदस्य के रूप में कार्यरत थे तथा आरपीएससी सदस्य बनाए जाने से पूर्व वे आईपीएस अधिकारी के रूप में बीकानेर में एसपी के पद पर कार्यरत थे। अब वे यहाँ लगभग छह साल तक अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहेंगे। निवर्तमान अध्यक्ष प्रो. बी. एम. शर्मा ने सेवानिवृत्त होने से पूर्व उन्हें पदभार सौंपा।

आरपीएससी के अन्य सदस्य इस प्रकार हैं-

1. श्री एस.पी.एस नांगल,
2. प्रो. परमेशचंद्र दशोरा, 3. ब्रह्मसिंह गुर्जर,
4. श्री के.एल. बैरवा,
5. श्रीमती दिव्या सिंह।
6. -- रिक्त--
7. -- रिक्त--
बताया गया है कि हबीब खान गौराण लगभग 56 वर्ष के हैं। इसीलिए वे करीब 6 वर्ष तक अध्यक्ष रह सकेंगे। आयोग में सात सदस्यों के तथा एक अध्यक्ष का पद होता है। वर्तमान में गौराण के अध्यक्ष बन जाने और एक अन्य सदस्य श्री एचएल मीणा के सेवानिवृत्त होने के बाद सदस्यों के दो पद रिक्त हो गए हैं।


**सचिन पायलट बने लेफ्टिनेंट**

केन्द्रीय मंत्री और अजमेर से सांसद श्री सचिन पायलट 6 सितंबर 2012 को टेरिटोरियल आर्मी (टी.ए.) में शामिल हो गए। सेना प्रमुख श्री विक्रम सिंह ने उन्हें सिख रेजीमेंट की 124 टीए बटालियन में नियुक्त किया। अब उन्हें देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में प्रशिक्षण लेना होगा। सचिन पायलट ने चंडी मंदिर के पश्चिमी कमान में पीआईबी के इंटरव्यू में सफलता हासिल की थी।
उसके बाद उन्होंने बैंगलोर में एसएसबी की परीक्षा और मेडिकल टेस्ट पास किया। टेरिटोरियल आर्मी से सचिन पायलट का पहला परिचय करीब दो साल पहले हुआ था, जब उन्होंने रक्षा मंत्रालय की ओर से युवा सांसदों के लिए आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में हिस्सा लिया था।

Comments

  1. bahut acha pryas h ji...plz
    test series bhi sath me de to or bhi aakarsak lgega

    ReplyDelete
  2. bahut acha pryas h ji...plz
    test series bhi sath me de to or bhi aakarsak lgega

    ReplyDelete
  3. आपका बहुत ही धन्यवाद, ममता जी। आपके सुझाव के अनुसार प्रयास किया जाएगा।

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