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राजस्थान समसामयिक घटना चक्र

मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना- 2012

राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से "मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना 2012" शुरू की है जिसमें 500 रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति दिए जाने का प्रावधान है। यह छात्रवृत्ति पांच वर्ष की अवधि अथवा उच्च एवं तकनीकी अध्ययन जारी रखने तक (जो भी पहले हो) देय होगी। मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना 2012 के नाम से प्रस्तावित इस योजना के प्रारूप को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने मंजूरी दी है।
श्री गहलोत ने अपने बजट भाषण में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की उच्च माध्यमिक परीक्षा में वरीयता सूची में आने वाले प्रथम एक लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने की घोषणा की थी। योजना के तहत अब कला संकाय में प्रथम 75 हजार, विज्ञान मे प्रथम 55 हजार तथा वाणिज्य संकाय में प्रथम 20 हजार तक स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा। छात्रवृत्ति के लिए परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपए होनी चाहिए।


डॉ. एस. के. शर्मा को कृषि में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए "राष्ट्रीय वसन्त राव नाइक अवार्ड-2012"

टोंक जिले के मालपुरा उपखण्ड क्षेत्र के सोडा ग्राम निवासी व महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के उपनिदेशक अनुसंधान डॉ. एस. के. शर्मा को शुष्क कृषि में उत्कृष्ट अनुसंधान एवं तकनीकी प्रसार के लिए "राष्ट्रीय वसन्त राव नाइक अवार्ड" से सम्मानित किया गया है जिसके तहत उन्हें प्रशस्ति पत्र तथा एक लाख रुपए नकद दिए गए। यह सम्मान शर्मा को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के 84 वें स्थापना दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित समारोह में केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने दिया। श्री शर्मा ने अखिल भारतीय शुष्क कृषि समन्वित अनुसंधान परियोजना के तहत वर्ष 2005 से 2010-11 के दौरान भीलवाड़ा जिले में बारानी क्षेत्रों में फसल उत्पादकता वृद्धि, जल संरक्षण, सामुदायिक बीज उत्पादन, उन्नत चारा प्रबन्धन, तालाब की मिट्टी का जल उत्पादकता बढ़ाने में उपयोग तथा परिवार की आवश्यकता पूर्ति करने वाले समन्वित एवं सूक्ष्म कृषि पद्धति मॉडलों को विकसित करना, सूखे के तहत आकस्मिक फसल प्रबन्धन आदि कार्य किए। डॉ. शर्मा के अनुसंधान कार्यो को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत किसानों की आजीविका बढ़ाने के लिए अलग-अलग मॉडल के रूप में अपनाया गया हैं। इन अनुसंधान एवं प्रसार कार्यो से बारानी किसानों की आय में 7000 से 35000 रुपए प्रति हैक्टेयर का मुनाफा हुआ, मक्का उत्पादन में 20 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई तथा वर्षा जल की हानि में 10 से 30 प्रतिशत की कमी हुई। डॉ. शर्मा ने जल संतुलन तथा फसल प्रबन्धन के लिए सामयिक गतिशील मॉडल जैसी नई विधियों का गांव स्तर पर सूक्ष्म योजना बनाने के लिए उपयोग किया।

जयपुर के डी. आर. मेहता को दिया जाएगा 20वाँ राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार

20वाँ राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार-2012 जयपुर की भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के संस्थापक व अध्यक्ष श्री डी. आर. मेहता को दिया जाएगा जिसके तहत उन्हें आगामी 20 अगस्त को पांच लाख रुपए की राशि एवं प्रशस्ति पत्र नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में दिया जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार साम्प्रदायिक सौहार्द में वृद्धि तथा शांति व सद्भाव के लिए विशेषकर विकलांगों के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए दिया जा रहा है। श्री मेहता को वर्ष 2008 में सामाजिक कार्य के लिए पद्मभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा भी उन्हें अनेक पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।
श्री डी. आर. मेहता ने अपने द्वारा स्थापित संस्था के माध्यम से पूरे विश्व में अब तक 13 लाख से अधिक विकलांगों को लाभान्वित किया है जिसके तहत उन्हें जयपुर फुट, कैलिपर्स आदि प्रदान किए है। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति विकलांगों के लिए वर्ष 1975 से संस्था कार्य कर रही है। गौरतलब है कि यह पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्म दिवस 20 अगस्त को प्रतिवर्ष शांति, साम्प्रदायिक सौहार्द तथा अहिंसा के प्रति राजीव गांधी के योगदान की स्मृति में दिया जाता है।

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