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महत्वपूर्ण राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज- दिनांक 8 फरवरी 2012 Important Rajasthan GK Quiz

1. राजस्थान साहित्य अकादमी की मासिक पत्रिका का नाम क्या है?

उत्तर- मधुमति

2. राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर द्वारा प्रकाशित की जाने वाली मासिक पत्रिका का नाम क्या है?

उत्तर- जागती जोत

3. राजस्थान सिंधी अकादमी, जयपुर प्रकाशित की जाने वाली वार्षिक साहित्यिक पत्रिका का नाम क्या है?

उत्तर- रिहाण

4. राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी, जयपुर प्रकाशित की जाने वाली त्रैमासिक पत्रिका का नाम क्या है?

उत्तर- ब्रज शतदल

5. राजस्थान में उच्च शिक्षा की स्थिति का पुनरावलोकन करने तथा विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के संगठन, संरचना व शैक्षिक उन्नयन हेतु सुझाव देने के उद्देश्य से 1972 में गठित समिति के अध्यक्ष कौन थे जिसने राजस्थान विश्वविद्यालय का विघटन कर राज्य के अन्य भागों में भी विश्वविद्यालय स्थापित करने का सुझाव दिया था?

उत्तर- डॉ कालू लाल श्रीमाली

6. राजस्थान मदरसा बोर्ड का गठन कब किया गया?

उत्तर- जनवरी, 2003 में

7. राजपूत और मुग़ल स्‍थापत्‍य में बना जयपुर के महाराजा का राजकीय आवास सिटी पेलेस किस नाम से विख्‍यात है?

उत्तर- चन्‍द्रमहल के

8. जैसलमेर जिले में स्थित "सेना के जवानों की देवी तथा थार की वैष्णों देवी" के रूप में विख्यात मंदिर कौनसा हैं?

उत्तर- तनोट माता

9. सीकर जिले के मंगलूणा गाँव में 1866 ई. में जन्मे शिक्षा संत स्वामी केशवानंद ने संगरिया (हनुमानगढ़) में किस महत्वपूर्ण शिक्षण संस्था की स्थापना की थी?

उत्तर- ग्रामोत्थान विद्यापीठ

10. राजस्थान का एकमात्र एनआईटी "मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी" (MNIT) कहाँ स्थित है?

उत्तर- जयपुर में

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Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन

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