Skip to main content

RAJASTHAN STATE GAS LIMITED - राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड

RAJASTHAN STATE GAS LIMITED - राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड

खुदरा गैस के बुनियादी ढांचे को स्थापित करने तथा घरेलू, मोटर वाहन, वाणिज्यिक और औद्योगिक ग्राहकों के लिए स्वछ्तर ईंधन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए राज्य में एक नोडल एजेंसी के रूप में 'गेल गैस लिमिटेड' (महारत्न कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड की सहायक कंपनी) और 'राजस्थान राज्य पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड' (राजस्थान राज्य खान और खनिज लिमिटेड- आर.एस.एम.एम.एल. की एक सहायक कम्पनी) द्वारा 20 सितंबर 2013 को 'एक ''RSPCL-GAIL GAS LIMITED'' नामक संयुक्त उद्यम कंपनी' को स्थापित किया गया था।
राजस्थान में खुदरा गैस के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 28/10/2014 को आरआईआईसीओ (राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम) के साथ उक्त संयुक्त उद्यम कंपनी द्वारा समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने के बाद, यह कंपनी ''आरएसपीसीएल-गेल गैस लिमिटेड'' से ''राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड (आरएसजीएल)'' में परिवर्तित हो गई। राजस्थान में खुदरा गैस के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कंपनी के रणनीतिक कदम के अनुरूप कंपनी का यह नाम एक नोडल प्लेयर के रूप में है।
वर्तमान में गेल गैस द्वारा 'राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड- आरएसजीएल' को अधिकृत गैस वितरण का अधिकार हस्तानान्तरित किया जा रहा है, जिससे यह कंपनी गैस वितरण व्यवसाय में वाणिज्यिक गतिविधियों को शुरू करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
आरएसजीएल चरणबद्ध तरीके से नेटवर्क विकसित करेगी, जो निम्न है : -

प्रथम चरण : -

इसमें एक ''मेगा सीएनजी मातृ स्टेशन (Mega CNG Mother Station)'' नीमराना में स्थापित किया जाएगा और जयपुर के पास कुकस में एक ''पुत्री बूस्टर स्टेशन (Daughter Booster Station)'' होगा, जिससे दिल्ली-जयपुर राजमार्ग एनएच-8 के पर सीएनजी गलियारा खोला जा सकेगा तथा अलवर एवं कुकस के आसपास के औद्योगिक ग्राहकों की गैस आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकेगी। आगे यह कंपनी बारां, झालावाड़ और घिलोट के औद्योगिक समूहों को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए पूर्व परियोजना गतिविधियों को ले रही है। जयपुर के लिए योजनाबद्ध पाइपलाइन कनेक्टिविटी करने के बाद ऑनलाइन सीएनजी सुविधा प्रदान करने के लिए कुकस में स्थापित 'पुत्री बूस्टर स्टेशन' को डिज़ाइन किया गया है।

द्वितीय चरण : -

द्वितीय चरण में 'राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड- आरएसजीएल' कम्पनी जयपुर-अजमेर राजमार्ग, जयपुर-कोटा राजमार्ग, जयपुर-सीकर राजमार्ग और कोटा-उदयपुर राजमार्ग पर सीएनजी कॉरिडोर स्थापित करने के साथ-साथ जयपुर, अजमेर, सीकर और उदयपुर शहरों में सीएनजी नेटवर्क विकसित करने की योजना बना रहा है।

तृतीय चरण : -

तृतीय चरण में 'राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड- आरएसजीएल' कम्पनी ने दूरदराज उन जिलों, जो पाइप लाइन कनेक्टिविटी द्वारा कवर नहीं हैं, के लिए दाहेज से एलएनजी आयात करके प्राकृतिक गैस की जरूरतों को पूरा करने की योजना बनाई है, ।

स्वच्छ ऊर्जा समाधान के लिए नोडल प्लेयर के रूप में आरएसजीएल राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देगा और गैस आधारित नेटवर्क विकसित करके राजकोष को राजस्व प्रदान करेगा।

कम्पनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स-

1. सुश्री अपर्णा अरोरा, आईएएस (सचिव, खान एवं पेट्रोलियम, राजस्थान सरकार) - चेयरमेन  
2. श्री प्रवीण गुप्ता, आईएएस (वित्त सचिव) - डायरेक्टर
3. श्री पी.के. पाल, (सीईओ, गेल गैस) - डायरेक्टर
4. श्री रवि अग्रवाल, मेनेजिंग डायरेक्टर

पता व ईमेल-

राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड
खनिज भवन, तिलक मार्ग, सी-स्कीम,
जयपुर-302005

फोन: 0141-2227148,4082010-11, फैक्स: 0141-4082012
ईमेल:- mdcellrsgl@gmail.com

RAJASTHAN STATE GAS LIMITED -

A Joint Venture Company was incorporated on 20th September 2013 by GAIL Gas Limited (A subsidiary of Maharatna Company GAIL (India) Ltd.) & Rajasthan State Petroleum Corporation Limited ( A subsidiary of Rajasthan State Mines & Minerals Limited) to setup retail gas infrastructure in the state of Rajasthan as a Nodal player to cater requirement of cleaner fuel for Domestic, Automotive, Commercial and Industrial customers.

Subsequent to signing of the MoU by Joint Venture Company with RIICO (Rajasthan State Industrial Development and Investment Corporation) on 28/10/2014 in the presence of Hon’ble Chief Minister, for strategic tie-up to develop retail gas infrastructure in the state of Rajasthan, the company has moved ahead with the name change from RSPCL-GAIL GAS LIMITED to RAJASTHAN STATE GAS LIMITED (RSGL). The Company name is in line with Company`s Strategic move to become a Nodal Player for Development of Retail Gas Infrastructure in the state of Rajasthan.

The City Gas Distribution rights presently authorized to Gail gas is being transferred to RSGL shortly which will pave the way for Company to start commercial activities in gas distribution business. 

RSGL shall develop the network in a phased manner:- 

In Phase-I :-

A Mega CNG Mother Station would be set up at Neemrana and a Daughter Booster Station at Kukas near Jaipur thereby opening up the CNG corridor along Delhi-Jaipur Highway NH-8 and catering to the industrial customers in and around Alwar and Kukas. Further company is taking pre project activities for providing connectivity to the industrial clusters of Baran, Jhalawar and Ghilot. The Daughter Booster Station being setup at Kukas is designed for online CNG facility after planned pipeline connectivity to Jaipur.

In Phase–II:-

RSGL plans to develop CNG network in Jaipur, Ajmer, Sikar and Udaipur cities along the Jaipur-Ajmer Highway, Jaipur–Kota Highway, Jaipur-Sikar Highway and Kota- Udaipur Highway CNG Corridors.

In Phase–III:-

RSGL has plans to meet the needs of Natural Gas by importing LNG from Dahej for the distantly located districts which are not covered by pipe line connectivity.
RSGL as nodal player for clean energy solution will contribute in economic growth and provide revenue to the state exchequer by developing gas based network.

Board of Directors of Company-

1. Ms. Aparna Arora IAS, Secretary , Mines and Petroleum GoR & Chairman  
2. Sh. Praveen Gupta, IAS, Secretary Finance & Director
3. Sh. P.K.Pal, CEO Gail Gas & Director
4. Sh. Ravi Agarwal, Managing Director

Address and Email-

RAJASTHAN STATE GAS LIMITED
Khaniz Bhawan Tilak Marg, C-Scheme
Jaipur-302005
Phone: 0141-2227148,4082010-11 , Fax: 0141-4082012
E-Mail:- mdcellrsgl@gmail.com

Comments

  1. छोटे छोटे से स्टेट हरयाणा ओर उत्तराखंड में 50 50 cng स्टेशन है पर राजस्थान में 2018 के बाद कोई नया cngस्टेशन नही खुला ओर कूकस के भी हालात भगवान भरोसे है सरकार क्या कर रही है

    ReplyDelete
  2. उत्तराखंड और हरयाणा जैसे छोटे छोटे राज्यो में भी 50 50 cng पंप है मगर राजस्थान में 2018 में 6 पंप थे और उनमें से भी कूकस वाला भगवान भरोसे है है क्या सरकार को इस पर ध्यान नही देना चाहिए

    ReplyDelete

Post a Comment

Your comments are precious. Please give your suggestion for betterment of this blog. Thank you so much for visiting here and express feelings
आपकी टिप्पणियाँ बहुमूल्य हैं, कृपया अपने सुझाव अवश्य दें.. यहां पधारने तथा भाव प्रकट करने का बहुत बहुत आभार

Popular posts from this blog

राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋत...

राजपूताना मध्य भारत सभा -

राजपूताना मध्य भारत सभा - इस सभा का कार्यालय अजमेर में था। इसकी स्थापना 1918 ई. को दिल्ली कांग्रेस अधिवेशन के समय चाँदनी चौक के मारवाड़ी पुस्तकालय में की गई थी। यही इसका पहला अधिवेशन कहलाता है। इसका प्रथम अधिवेशन महामहोपाध्याय पंडित गिरधर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। इस संस्था का मुख्यालय कानपुर रखा गया, जो उत्तरी भारत में मारवाड़ी पूंजीपतियों और मजदूरों का सबसे बड़ा केन्द्र था।  देशी राज्यों की प्रजा का यह प्रथम राजनैतिक संगठन था। इसकी स्थापना में प्रमुख योगदान गणेश शंकर विद्यार्थी, विजयसिंह पथिक, जमनालाल बजाज, चांदकरण शारदा, गिरधर शर्मा, स्वामी नरसिंह देव सरस्वती आदि के प्रयत्नों का था।  राजपूताना मध्य भारत सभा का अध्यक्ष सेठ जमनालाल बजाज को तथा उपाध्यक्ष गणेश शंकर विद्यार्थी को बनाया गया। इस संस्था के माध्यम से जनता को जागीरदारी शोषण से मुक्ति दिलाने, रियासतों में उत्तरदायी शासन की स्थापना करने तथा जनता में राजनैतिक जागृति लाने का प्रयास किया गया।  इस कार्य में संस्था के साप्ताहिक समाचार पत्र ''राजस्थान केसरी'' व सक्रिय कार्यकर्ताओं ...

THE SCHEDULED AREAS Villages of Udaipur district - अनुसूचित क्षेत्र में उदयपुर जिले के गाँव

अनुसूचित क्षेत्र में उदयपुर जिले के गाँव- अनुसूचित क्षेत्र में सम्मिलित उदयपुर जिले की 8 पूर्ण तहसीलें एवं तहसील गिर्वा के 252, तहसील वल्लभनगर के 22 व तहसील मावली के 4 गांव सम्मिलित किए गए हैं। ये निम्नानुसार है- 1. उदयपुर जिले की 8 पूर्ण तहसीलें (कोटड़ा, झाडोल, सराड़ा, लसाड़िया, सलूम्बर, खेरवाड़ा, ऋषभदेव, गोगुन्दा) - 2. गिर्वा तहसील (आंशिक) के 252 गाँव - S. No. GP Name Village Name Village Code Total Population Total Population ST % of S.T. Pop to Total Pop 1 AMBERI AMBERI 106411 3394 1839 54.18 2 AMBERI BHEELON KA BEDLA 106413 589 573 97.28 3 AMBERI OTON KA GURHA 106426 269 36 13.38 4 AMBERI PRATAPPURA 106427 922 565 61.28 5 CHEERWA CHEERWA 106408 1271 0 0.00 6 CHEERWA KARELON KA GURHA 106410 568 402 70.77 7 CHEERWA MOHANPURA 106407 335 313 93.43 8 CHEERWA SARE 106406 2352 1513 64.33 9 CHEERWA SHIVPURI 106409 640 596 93.13 10 DHAR BADANGA 106519 1243 1243 100.00 11 DHAR BANADIYA 106...