Skip to main content

Livestock Marketing and State level Cattle Fairs in Rajasthan :---- राजस्थान में पशुधन विपणन एवं राज्य स्तरीय पशु मेले---



Rajasthan is the home tract of various breeds of different livestock species.  With a view to encourage the livestock farming and to maintain these important famous breeds of the livestock, 10 state level cattle fairs are organized every year by the department in the different parts of the State.  The Animal Breeders earn about Rs. 25-30 Crore annually through the sale of the animals.  Besides these state level cattle fairs, nearly 240 cattle fairs are also organized by different agencies like Panchayat Samities, Nagar Palikas etc. in the State.
राजस्थान का भू-भाग विभिन्न पशुधन प्रजातियों के लिए गृह क्षेत्र है। पशुधन के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए और पशुओं की महत्वपूर्ण प्रसिद्ध नस्लों को बनाए रखने की दृष्टि से राज्य के विभिन्न भागों में पशुपालन विभाग द्वारा हर साल 10 राज्य स्तरीय पशु मेले आयोजित किये जाते हैं। राजस्थान में पशुधन मालिक/प्रजनक पशुओं की बिक्री के माध्यम से सालाना 25-30 करोड़ रुपये कमाते हैं। इन राज्य स्तरीय पशु मेलों के अलावा, लगभग 240 पशु मेले भी राज्य में पंचायत समितियों, नगर पालिका आदि अलग अलग एजेंसियों द्वारा आयोजित किये जाते हैं।
STATE LEVEL CATTLE FAIRS-
राज्य स्तरीय पशु मेले-
The heritage of Rajasthan and its cultural diversities is well projected in the various state level fairs conducted by the state Animal Husbandry department. These fairs are conducted with an aim to draw their attention to the scientific and technical developments in the Animal Husbandry sector and to motivate them for developing and rearing elite animals. These fairs are an appropriate source for sale and purchase of livestock adding to the income of livestock owners / breeders
There are 10 such fairs in the state, the list of which is as follows: 
राज्य पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न राज्य स्तरीय मेलों में राजस्थान की विरासत और इसकी सांस्कृतिक विविधताओं को उत्तम ढंग से प्रस्तुत किया जाता है। इन मेलों का आयोजन पशुपालन के क्षेत्र में वैज्ञानिक और तकनीकी विकास के लिए लोगों का ध्यान आकर्षित करने और उनको कुलीन जानवरों के विकास और पालन के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया जाता है। ये मेले पशुओं की बिक्री और खरीद के माध्यम से पशुधन मालिकों/प्रजनकों की आय में वृद्धि करने के लिए एक उपयुक्त स्रोत हैं
पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित 10 राज्य स्तरीय पशु मेले इस प्रकार है:


S.No

Name of the Cattle Fair
पशु मेले का नाम
District
जिला
Month of Conduction
आयोजन माह
As Per Hindi Tithi
हिंदी तिथि


1
Shri Ram Dev Pashu Mela
श्री राम देव पशु मेला
Nagore
नागौर
January - February
जनवरी-फरवरी
Magha Shukla 1 to Magha Shukla 15
माघ शुक्ल 1 से 15 (पूर्णिमा)


2
Shri Mahashivratri Pashu Mela
श्री महाशिवरात्रि पशु मेला
Karauli
करौली
February
फरवरी
Magha Shukla 15 to Phalgun Krishna 7
माघ शुक्ल 15 (पूर्णिमा) से फाल्गुन कृष्ण 7


3
Shri Malli Nath Pashu Mela, Tilwada
श्री मल्लीनाथ पशु मेला, तिलवाड़ा
Barmer
बाड़मेर
March - April
मार्च-अप्रैल
Chaitra Krishan 11 to Chaitra Shukla 11
चैत्र कृष्ण 11 से चैत्र शुक्ल 11


4
Shri Baldev Pashu Mela, Merta City
श्री बलदेव पशु मेला, मेड़तासिटी
Nagore
नागौर
March - April
मार्च-अप्रैल
Chaitra Shukla 1 to Chaitra Shukla 15
चैत्र शुक्ल 1 से चैत्र शुक्ल 15 (पूर्णिमा)


5
Shri Gomti Sagar Pashu Mela, Jhalrapattan
श्री गोमती सागर पशुमेला, झालरापाटन
Jhalawar
झालावाड़
May
मई
Baisakh Shukla 13 to Jyaistha Krishna 5
बैशाख शुक्ल 13 से ज्येष्ठ कृष्ण 5


6
Shri Veer Tejaji Pashu Mela, Parbatsar
श्री वीर तेजा जी पशुमेला, परबतसर
Nagore
नागौर
August
अगस्त
Savan Shukla 15 to Bhadra krishna 15
श्रावण शुक्ल 15 से भाद्र कृष्ण 15


7
Shri Gogamedi Pashu Mela
श्री गोगामेढ़ी पशुमेला
Hanumangarh
हनुमानगढ़
August - September
अगस्त- सितम्बर
Savan Shukla 15 to Bhadon Shukla 15
श्रावण शुक्ल 15 से भाद्र शुक्ल 15


8
Shri Jaswant Pradarshni & Pashu Mela
श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशुमेला
Bharatpur
भरतपुर
September - October
सितम्बर-अक्टूबर
Ashwin Shukla 5 to Ashwin Shukla 14
अश्विन शुक्ल 5 से आश्विन शुक्ल 14


9
Shri Kartik Pashu Mela, Pushkar
श्री कार्तिक पशुमेला, पुष्कर
Ajmer
अजमेर
November
नवम्बर
Kartik Shukla 8 to Mangsir Krishna 2
कार्तिक शुक्ल 8 से मगसर कृष्ण 2 


10
Shri Chandrabhaga Pashu Mela, Jhalarapatan
श्री चन्द्रभागा पशुमेला, झालरापाटन
Jhalawar
झालावाड़
November - December
नवम्बर-दिसम्बर
Kartik Shukla 11 to Mangsir Krishna 5
कार्तिक शुक्ल 11 से मगसर कृष्ण 5








स्रोत- राजस्थान पशुपालन विभाग

Comments

Popular posts from this blog

राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋत...

THE SCHEDULED AREAS Villages of Udaipur district - अनुसूचित क्षेत्र में उदयपुर जिले के गाँव

अनुसूचित क्षेत्र में उदयपुर जिले के गाँव- अनुसूचित क्षेत्र में सम्मिलित उदयपुर जिले की 8 पूर्ण तहसीलें एवं तहसील गिर्वा के 252, तहसील वल्लभनगर के 22 व तहसील मावली के 4 गांव सम्मिलित किए गए हैं। ये निम्नानुसार है- 1. उदयपुर जिले की 8 पूर्ण तहसीलें (कोटड़ा, झाडोल, सराड़ा, लसाड़िया, सलूम्बर, खेरवाड़ा, ऋषभदेव, गोगुन्दा) - 2. गिर्वा तहसील (आंशिक) के 252 गाँव - S. No. GP Name Village Name Village Code Total Population Total Population ST % of S.T. Pop to Total Pop 1 AMBERI AMBERI 106411 3394 1839 54.18 2 AMBERI BHEELON KA BEDLA 106413 589 573 97.28 3 AMBERI OTON KA GURHA 106426 269 36 13.38 4 AMBERI PRATAPPURA 106427 922 565 61.28 5 CHEERWA CHEERWA 106408 1271 0 0.00 6 CHEERWA KARELON KA GURHA 106410 568 402 70.77 7 CHEERWA MOHANPURA 106407 335 313 93.43 8 CHEERWA SARE 106406 2352 1513 64.33 9 CHEERWA SHIVPURI 106409 640 596 93.13 10 DHAR BADANGA 106519 1243 1243 100.00 11 DHAR BANADIYA 106...

Scheduled Areas of State of Rajasthan - राजस्थान के अनुसूचित क्षेत्र का विवरण

राजस्थान के अनुसूचित क्षेत्र का विवरण (जनगणना 2011 के अनुसार)-   अधिसूचना 19 मई 2018 के अनुसार राजस्थान के दक्षिण पूर्ण में स्थित 8 जिलों की 31 तहसीलों को मिलाकर अनुसूचित क्षेत्र निर्मित किया गया है, जिसमें जनजातियों का सघन आवास है। 2011 की जनगणना अनुसार इस अनुसूचित क्षेत्र की जनसंख्या 64.63 लाख है, जिसमें जनजाति जनसंख्या 45.51 लाख है। जो इस क्षेत्र की जनसंख्या का 70.42 प्रतिशत हैं। इस क्षेत्र में आवासित जनजातियों में भील, मीणा, गरासिया व डामोर प्रमुख है। सहरिया आदिम जाति क्षेत्र- राज्य की एक मात्र आदिम जाति सहरिया है जो बांरा जिले की किशनगंज एवं शाहबाद तहसीलों में निवास करती है। उक्त दोनों ही तहसीलों के क्षेत्रों को सहरिया क्षेत्र में सम्मिलित किया जाकर सहरिया वर्ग के विकास के लिये सहरिया विकास समिति का गठन किया गया है। क्षेत्र की कुल जनसंख्या 2.73 लाख है जिसमें से सहरिया क्षेत्र की अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 1.02 लाख है जो क्षेत्र की कुल जनसंख्या का 37.44 प्रतिशत है।  अनुसूचित क्षेत्र में राजकीय सेवाओं में आरक्षण सम्बन्धित प्रावधान-  कार्मिक (क-...