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National Research Centre on Equines (NRCE), Bikaner राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर

राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र का मुख्यालय हरियाणा के हिसार में है किन्तु इसका एक परिसर जोड़बीड़, बीकानेर में स्थित है। यह राष्ट्रीय कृषि अनुसन्धान परिषद का एक शीर्ष संस्थान है। घोड़ों के स्वास्थ्य एवं अनुसंधान हेतु राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र की स्थापना 7 जनवरी 1986 में हिसार (हरियाणा) में की गई थी। 1989 में बीकानेर में राष्ट्रीय घोड़ा अनुसंधान केन्द्र के एक उप-परिसर की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य राजस्थान राजस्थान में घोड़ों के प्रजनन, पोषण, स्वास्थ्य के अलावा उनकी कृषि एवं अन्य क्षेत्रों की कार्य क्षमता में वृद्धि करने सम्बन्धी अनुसंधान करना है। इसका कार्य अनुसन्धान द्वारा घोड़ों की ऎसी किस्मों और तरीकों का विकास करना है जो गरीब लोगों के आर्थिक सामाजिक उत्थान में सहायक हो।

National Research Centre on Equines (NRCE) is a premier institute established under the aegis of Indian Council of Agricultural Research for conducting research on equine health and production. The Centre became operational at Hisar on 7th January 1986 for conducting researches and for providing effective health coverage for equines. A sub-campus at Bikaner, Rajasthan was created during 1989 for conducting researches for improving the technologies for optimization of reproduction and work performance of the equines. The Centre has the responsibility on generation of technologies for augmenting equine performance in order to uplift the socio-economic status of poor equine owners.

Mandate   

• Basic and strategic research on equine health and production
• To provide advisory and consultancy services and capacity development

Vision 

• Generation of demand-driven technologies for equine health and production management. 
• Capacity building for competitive equine power utilization in agricultural operations to serve the under privileged under changing environment & socio-economic scenario. 

MAJOR ACHIEVEMENTS

Diagnostics for equine diseases-

  • Equine herpes virus 1 (EHV1) and Equine herpes virus 4 (EHV4)

  • Equine rotavirus

  • Equine influenza virus (EIV)

  • Theileria equi

  • Trypanosomosis

  • Japanese encephalitis virus (JEV)

  • Equine infectious anemia 

  • Equine viral arteritis    

Vaccines and Immuno-biologicals developed by NRCE -

EHV1 vaccine, equine influenza vaccine,  Salmonella Abortus equi, Monoclonal antibodies,

Indigenous breed characterization

Phenotypic characterization of Indigenous horse and pony breeds, Genotypic characterization of Indian equine breeds, Establishment of nucleus herd. 

Donkey fibre-

 Donkey fibre has been used to produce carpets by mixing with sheep fibres in the ratio of 40:60 in association of CSWRI, Avikanagar.

vermicompost

Utilization of equine dung for preparation of vermicompost.


 
 Read about varous breeds of horses in India

Comments

  1. इस वेब पेज पर आने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद् और आभार. (c)

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