S.No. | Attribute विशेषता | Value विवरण |
---|---|---|
1. | Name of Dam बांध का नाम | Jai Samand Dam जयसमंद बांध |
2. | Dam Name Alias उपनाम | Jai Samand जयसमंद |
3. | River नदी | Gomti गोमती |
4. | River नदी | Gomti गोमती |
5. | Nearest City निकटतम शहर | Sarada सराडा |
6. | District जिला | Udaipur उदयपुर |
7. | State राज्य | Rajasthan राजस्थान |
8. | Basin बेसिन | Mahi माही |
9. | Status स्थिति | Completed पूर्ण |
10. | Purpose of Dam बांध का उद्देश्य | Irrigation सिंचाई |
11. | Year of Commencement निर्माण प्रारम्भ वर्ष | 1711 |
12. | Year of Completion निर्माण पूर्ण होने का वर्ष | 1730 |
13. | Operating & Maintainance Agency संचालन और रखरखाव एजेंसी | WRD,Govt. of Rajasthanजल संसाधन विभाग, राजस्थान |
14. | Dam(Interstate/ International) | नहीं |
15 | Dam's(Interstate/ International)Agreement | नहीं |
16. | Parliamentary Constituency लोकसभा क्षेत्र | Udaipur उदयपुर |
17. | Seismic Zone भूकंपीय क्षेत्र | Seismic Zone-II भूकंपीय क्षेत्र -2 |
18. | Type of Dam बांध का प्रकार | Earthen/ Gravity & Masonry मिट्टी का / गुरुत्वाकर्षण और चिनाई |
19. | Length of Dam (m) लम्बाई | 457.4 मीटर |
20. | Max Height above Foundation (m)फाउंडेशन से ऊपर अधिकतम ऊंचाई | 42.06 m |
21. | Design Flood (cumec) | 5405 |
22. | Length of Spillway (m) स्पिलवे की लंबाई | 137.2 m |
22. | Crest Level of Spillway (m) स्पिलवे का क्रेस्ट लेवल | 295.47 |
23. | Spillway Capacity (cumec) स्पिलवे क्षमता (Cumec) | 5405 |
24. | Type of Spillway Gates स्पिलवे गेट्स का प्रकार | Vertical Lift उर्ध्वाधर लिफ्ट |
25. | No. of Spillway Gates स्पिलवे गेट्स की संख्या | 2 |
26. | Size of Spillway Gates (m x m) गेट्स आकार | 3.05x5.03 |
राजपूताना मध्य भारत सभा - इस सभा का कार्यालय अजमेर में था। इसकी स्थापना 1918 ई. को दिल्ली कांग्रेस अधिवेशन के समय चाँदनी चौक के मारवाड़ी पुस्तकालय में की गई थी। यही इसका पहला अधिवेशन कहलाता है। इसका प्रथम अधिवेशन महामहोपाध्याय पंडित गिरधर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। इस संस्था का मुख्यालय कानपुर रखा गया, जो उत्तरी भारत में मारवाड़ी पूंजीपतियों और मजदूरों का सबसे बड़ा केन्द्र था। देशी राज्यों की प्रजा का यह प्रथम राजनैतिक संगठन था। इसकी स्थापना में प्रमुख योगदान गणेश शंकर विद्यार्थी, विजयसिंह पथिक, जमनालाल बजाज, चांदकरण शारदा, गिरधर शर्मा, स्वामी नरसिंह देव सरस्वती आदि के प्रयत्नों का था। राजपूताना मध्य भारत सभा का अध्यक्ष सेठ जमनालाल बजाज को तथा उपाध्यक्ष गणेश शंकर विद्यार्थी को बनाया गया। इस संस्था के माध्यम से जनता को जागीरदारी शोषण से मुक्ति दिलाने, रियासतों में उत्तरदायी शासन की स्थापना करने तथा जनता में राजनैतिक जागृति लाने का प्रयास किया गया। इस कार्य में संस्था के साप्ताहिक समाचार पत्र ''राजस्थान केसरी'' व सक्रिय कार्यकर्ताओं ...
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