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राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र

पद्मभूषण उस्ताद सुल्तान खां का निधन पिया वसंती रे.. गाकर संपूर्ण भारत में एक अलग पहचान बनाने वाले देश के मशहूर सारंगीवादक पद्मभूषण उस्ताद सुल्तान खां का दिनांक 27 नवंबर को दोपहर ढाई बजे मुंबई में निधन हो गया। वे इकहत्तर वर्ष के थे तथा काफी समय से बीमार थे। मुंबई के विलेपार्ले फ्लैट से बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाने के दौरान उनका निधन हो गया। उस्ताद की अंतिम इच्छा थी कि उनके निधन पर उनका अंतिम संस्कार जोधपुर में उनके वालिद के स्मारक के पास ही किया गया। उनका जन्म 15 अप्रैल 1940 को सीकर में हुआ था। कुछ समय पश्चात उनके पिता सारंगीवादक उस्ताद गुलाब खान जोधपुर आ गए। वर्ष 2010 में उन्हें पद्मभूषण अवार्ड से नवाजा गया। प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर के बुलावे पर पहले तो वे जोधपुर से नागपुर (महाराष्ट्र ) गए। उस्ताद सुल्तान खान ने कुछ समय बाद बंबई जा रुख किया और जल्दी ही फिल्मी दुनिया के मशहूर संगीतकारों गुलाम खां, नौशाद, खय्याम आदि के चहेते कलाकार बन गए। उन्होंने पाकीजा, उमराव जान सहित अनेक फिल्मों में सारंगी का कमाल दिखाया वहीं बैंडिट क्वीन, गंगाजल, बिग ब्रदर में अपने संगीत के रस से दर्शकों का मनोरंजन

अलवर में आयोजित किया गया सतरंगी मत्स्य उत्सव

अलवर जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग व नगर विकास न्यास के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार 25 नवंबर को प्रातः इंदिरा गांधी स्टेडियम में दो दिवसीय मत्स्य उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया गया। मत्स्य उत्सव के शुभारंभ अवसर पर जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर, जिला प्रमुख साफिया खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम नारायण सिंह, एसडीएम द्वितीय श्रवण कुमान बुनकर, एसीएम नीलिमा तक्षक, एसडीएम प्रतीभा पारीक एवं कांग्रेस नेता नरेंद्र शर्मा मौजूद थे। मत्स्य उत्सव के शुभारंभ के बाद जिला कलक्टर, जिला प्रमुख व कांग्रेस नेता नरेंद्र शर्मा बैलून में उड़े। इसके बाद अलवर दर्शन कार्यक्रम में पर्यटकों को ऐतिहासिक स्थलों सिलीसेढ़, हाजीपुर ढढ़ीकर फोर्ट, विजय मंदिर सहित अन्य स्थानीय पर्यटक स्थलों का भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर नवीन स्कूल में चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसी दिन कलक्टर कार्यालय में अलवर ट्यूरिम डाट कॉम वेबसाइट जारी की गई। उत्सव के दौरान पुराना सूचना केंद्र से मूसी महारानी की छतरी तक हैरिटेज वॉक एवं शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया। शोभायात्रा में अजमेर से आए कच्छी घोड़ी नृत्य के कलाकारों ने क

राजस्थान सरकार के संसदीय सचिव-

1. श्री ब्रह्मदेव कुमावत 2. श्री दिलीप चौधरी 3. श्री नानालाल नीनामा 4. श्री रामकेश मीणा 5. श्री रमेश चन्द मीणा 6. श्री गिर्राज सिंह मलिंगा 7. श्री गजेन्द्र सिंह शक्तावत 8. श्रीमती जाहिदा खान 9. श्री जयदीप डूडी 10. श्री कन्‍हैया लाल झंवर 11. श्रीमती ममता भूपेश 12. श्री राजेन्‍द्र सिंह बिधूडी 13. श्री रामस्‍वरूप कसाना

राजस्थान सरकार ने की विभिन्न पदों पर नियुक्तियां

पिछले कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक नियुक्तियों के क्रम में सरकार ने निम्नांकित मुख्य पदों पर नियुक्तियां की हैं- 1. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष परसराम मोरदिया (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा कैबिनेट मंत्री का दर्जा) 2. राजस्थान खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस नेता अनिल पारीक (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा) 3. राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव तथा वर्तमान में एआईसीसी सदस्य मुमताज मसीह (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा) 4. किसान आयोग का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह ( कार्यकाल दो वर्ष के लिए और कैबिनेट मंत्री का दर्जा ) 5. राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष- पूर्व विधायक माहिर आजाद ( कार्यकाल तीन वर्ष के लिए और राज्य मंत्री का दर्जा ) 6. राजस्थान मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष- कोटा के मौलाना फजले हक ( कार्यकाल तीन वर्ष के लिए और राज्य मंत्री का दर्जा ) 7. राजस्थान डांग क्षेत्रीय विकास मंडल का अध्यक्ष- पूर्व आईएएस

'डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार-2011' शरद जोशी को

पर्यावरण और जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राजस्थान राज्य स्तर का 'डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार-2011' पिछले दिनों जयपुर संभाग के श्री शरद जोशी को प्रदान किया गया। झुन्झुनूं जिले के बिसावा स्थित श्री रामकृष्ण जय दयाल डालमिया संस्था द्वारा आयोजित समारोह में पाँचवाँ डालमिया पानी-पर्यावरण पुरस्कार जोधपुर के पूर्व राज्य सभा सदस्य गजसिंह द्वारा प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रवासी उद्योगपति रघुहरि डालमिया ने की। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपए, शाल एवं श्रीफल दिया गया। जोशी को यह पुरस्कार राजस्थान के दस जिलों के आदिवासियों, दलितों, गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों महिलाओं व बच्चों की आजीविका सुरक्षा, आर्थिक न्याय व मूल अधिकारों से जुड़े कार्य के लिए दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित प्रो. राजेंद्र सिंह ने जल के घटते स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए जल सरंक्षण की अपील की तथा जल स्त्रोत के अनुसार कृषि करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रकृति से प्रगति करे लेकिन उसका बाजारीकरण न करें। संभाग स्तर पर अन्य सांत्वना पु

मोरदिया हाउसिंग बोर्ड, पारीक खादी बोर्ड और मसीह जन अभाव निराकरण समिति के अध्यक्ष मनोनीत

पिछले दो दिन से चल रहे राजनीतिक नियुक्तियों के क्रम में सरकार ने दिनांक 20 एवं 21 नवंबर 2011 को निम्नांकित मुख्य पदों पर नियुक्तियां की हैं- 1. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष परसराम मोरदिया (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा कैबिनेट मंत्री का दर्जा) 2. राजस्थान खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष- कांग्रेस नेता अनिल पारीक (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा) 3. राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति का अध्यक्ष- कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव तथा वर्तमान में एआईसीसी सदस्य मुमताज मसीह (नियुक्ति तीन साल के लिए तथा राज्य मंत्री का दर्जा)

राज्य ग्रामीण विकास संस्थान (एस.आई.आर.डी.)

देश के सभी राज्यों में राज्य ग्रामीण विकास संस्थानों (एस.आई.आर.डी.) की स्थापना की गई है। ये संस्थान पूर्ण रूप से भारत सरकार द्वारा समर्थित हैं। मुख्य संस्थान हैदराबाद में है, जिसे ‘‘राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान (एन.आई.आर.डी.)’’ के नाम से जाना जाता है। प्रत्येक राज्य में विद्यमान इन संस्थानों का मूल उददेश्‍य पंचायती राज, ग्रामीण विकास तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में क्षमता विकास प्रशिक्षण आयोजित करना है। राजस्थान का एस.आई.आर.डी. राज्य के केबिनेट के आदेश के तहत 1999 में एच.सी.एम. रीपा से अधिग्रहीत कर इंदिरा गाँधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में शामिल कर दिया गया था। इस कारण एस.आई.आर.डी. अब राजस्थान इन्दिरा गांधी पंचायती राज संस्थान (आई.जी.पी.आर.एस.) तथा ग्रामीण विकास संस्थान ( जी. वी. एस.) जयपुर का ही एक भाग है। एस.आई.आर.डी. को राजस्थान में ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों के क्षमता विकास का कार्य दिया गया है। इसमें पंचायतीराज संस्थाओं तथा ग्रामीण विकास से संबंधित अधिनियमों, नियमों, कार्यों तथा प्रक्रियाओं के बारे में क्षमताओं का विकास करन

इंदिरा गाँधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान

यह संस्थान जिसे "आईजीपीआर एंड जीवीएस" के संक्षिप्त नाम से जाना जाता है, जयपुर में जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर स्थित है। • इस संस्थान का उद्भव मार्च, 1984 में राजस्थान सरकार के केबिनेट प्रस्ताव द्वारा स्वायत्तशासी संस्थान के रूप में हुआ। • यह पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र मे मानव संसाधन विकास हेतु राज्य के सर्वोच्च संस्थान के रूप मे कार्यरत है। • इसे मार्च, 1989 मेँ राजस्थान सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1958 के तहत सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया गया। • जुलाई, 1999 में राज्य सरकार के केबिनेट निर्णय द्वारा "राज्य ग्रामीण विकास संस्थान" (एस.आई.आर.डी.) का इस संस्थान मे विलय किया जिसका विस्तृत विवरण आगे के पोस्ट में दिया गया है। संस्थान का लक्ष्य- इस संस्थान का लक्ष्य सतत विकास हेतु क्षमता विकास (प्रशिक्षण) के माध्यम से ग्रामीण समाज में आमूलचूल परिवर्तन करना है। संस्थान के मुख्य उद्देश्य- • पंचायती राज संस्थाओं तथा ग्रामीण विकास के चुने गए प्रतिनिधियों, अधिकारियों तथा पंचायती राज संस्थाओं के साथ कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं को प्रशिक्षित करना। • पं

अनोखी सौंदर्य प्रतियोगिता- अलवर की पूर्व सफाईकर्मी इंदिरा को न्यू प्रिंसेज 2011 का ताज

कभी सिर पर मैला ढोने का काम करने वाली इंदिरा अठवाल को विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर दिनांक 19 नवंबर को न्यू प्रिंसेज 2011 का सोने का ताज पहनाया गया। सौंदर्य प्रतियोगिता में 38 महिला प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता की विशिष्ट बात यह थी कि ये सभी प्रतिभागी पहले सिर पर मैला ढोने का काम करती थीं। सभी राजस्थान के अलवर और टोंक की रहने वाली थीं। इंदिरा अठवाल अलवर की रहने वाली हैं। उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया ने स्वर्ण ताज पहनाया और दो लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया। प्रतियोगिता में टौंक की 22 वर्षीय डॉली परवाना दूसरे और 21 वर्षीय तुलसी तीसरे स्थान पर रहीं। प्रतियोगिता का आयोजन सफाई कर्मियों के जीवनोद्धार के लिए काम करने वाली संस्था सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन ने किया। इस अवसर पर उपस्थित संसदीय मामलों के राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सिर पर मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने में संस्था के योगदानों की सराहना की। इस कार्यक्रम में सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक श्री बिन्देश्वरी पाठक सहित कई कवि, लेखक, साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

राजस्थान सरकार का नवगठित मंत्रिमंडल

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास 11 विभाग- गृह एवं न्याय, वित्त एवं करारोपण, आयोजना, नीति निर्धारण, कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय, आरएसबीआई, जीएडी, नागरिक उड्डयन, सूचना तकनीकी एवं संचार, कैबिनेट राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री- 1. दुर्रू मियां- चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा 2. अशोक बैरवा- सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता 3. बीना काक- पर्यटन, कला-संस्कृति, प्रिंटिंग स्टेशनरी, वन एवं पर्यावरण, महिला एवं बाल विकास का अतिरिक्त प्रभार 4. भरत सिंह- सार्वजनिक निर्माण 5. बृज किशोर शर्मा- प्राथमिक माध्यमिक व संस्कृत शिक्षा, भाषा व भाषाई अल्पसंख्यक विभाग, देवस्थान विभाग का अतिरिक्त प्रभार 6. डॉ. जीतेन्द्र सिंह- ऊर्जा, पीएचईडी, भूजल, सूचना एवं जनसंपर्क 7. हरजीराम बुरडक- कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन 8. हेमाराम चौधरी- राजस्व, जल संसाधन, उपनिवेशन 9. महेन्द्रजीत सिंह मालवीय- जनजाति क्षेत्रीय विकास, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग का अतिरिक्त प्रभार 10. परसादी लाल मीणा- सहकारिता, खाद्य एवं नागरिक आ

अंतर्राष्ट्रीय पॉप स्टार तथा यूनिसेफ की ब्रांड एम्बेसेडर शकीरा ने की छात्राओं से मुलाकात

प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पॉप स्टार तथा यूनिसेफ की ब्रांड एम्बेसेडर शकीरा ने दिनांक 15 नवंबर को राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एसआईईआरटी) उदयपुर के चिल्ड्रन मीडिया लैब में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 17 ग्रामीण छात्राओं से मुलाकात की, उनके स्कूल और घर के अनुभव सुनें और छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। यूनिसेफ की ओर से आयोजित इस मुलाकात कार्यक्रम में शकीरा ने राजस्थान के प्रति प्यार भी जताया। छात्राओं ने शकीरा से डांस सिखाने के लिए कहा तो शरीका ने उलटा पूछा कि क्या तुम मुझे राजस्थानी डांस सिखाओगी? इसके जवाब में छात्राओं ने नाचना शुरू किया तब शकीरा ने तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई की। एक छात्रा ने कृष्ण तुम बांसुरी की धुन बजाया ना करो... एवं अन्य गीत पर डांस किया। इस दौरान सभी छात्राएं गीत गा रही थीं तथा तालियां बजाकर शकीरा भी उन्हें उत्साहित कर रही थीं। अंत में शकीरा ने कहा आई लाइक राजस्थानी फोक। छात्राओं ने शकीरा को बताया कि गरीब और असहाय होने के कारण घर से दूर आवासीय विद्यालय में रहना पड़ रहा है। इस पर शकीरा ने कहा कि अगर तुम्हारे लिए बस लगवा दी जाए तो क्या

समसामयिक घटना चक्र- समसामयिक पुरस्कार

जमनालाल बजाज पुरस्कारों की घोषणा प्रसिद्ध जमनालाल बजाज ट्रस्ट द्वारा इस वर्ष के जमनालाल बजाज पुरस्कारों की घोषणा नई दिल्ली में की गई। इस वर्ष भी चार क्षेत्रों में इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है। 1. अनुपम मिश्र को ग्राम विकास हेतु विज्ञान एवं तकनीक, 2. रमेश भैया एवं विमला बहन, विनोबा आश्रम, शाहजहांपुर, उत्तरप्रदेश को रचनात्मक कार्य, 3. शोभना रानाडे को महिला, बाल कल्याण एवं विकास हेतु जानकीदेवी बजाज पुरस्कार एवं 4. इंडोनेशिया की सुश्री आगस्ट इंदिरा उदयन को भारत से बाहर गांधी विचार के प्रसार हेतु प्रदान किया गया है। जमनालाल बजाज फाउंडेशन की स्थापना 1977 में जमनालाल बजाज की स्मृति में की गई थी। अनुपम मिश्र गांधी शांति प्रतिष्ठान के पर्यावरण कक्ष के प्रभारी एवं द्वैमासिक पत्रिका गांधी मार्ग (हिन्दी) के सम्पादक हैं। वे पूर्व में गांधी शांति प्रतिष्ठान के सचिव पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं। उन्होंने अनेक अविस्मरणीय पुस्तकें - देश का पर्यावरण, हमारा पर्यावरण, आज भी खरे हैं तालाब, राजस्थान की रजत बूंदे आदि का लेखन व सम्पादन किया है। मध्यप्रदेश के मूल निवासी व कवि भवानी प्रसाद मिश्र के

पूर्व मंत्री खेतसिंह राठौड़ का निधन

लंबी अस्वस्थता के बाद राज्य के पूर्व केबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी खेतसिंह राठौड़ का दिनांक 15 नवंबर को सुबह एमडीएम अस्पताल में निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। इसी दिन शाम को राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया गया। वे सुखाडिया सरकार में उपमंत्री, हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर और पिछली अशोक गहलोत सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे थे। खेत सिंह राठौड़ की पार्थिव देह को उनके भतीजे किशोरसिंह ने मुखाग्नि दी। खेतसिंह के परिवार में पत्नी रामकंवर के अलावा बेटी उषाकंवर व दामाद परमवीर मेजर शैतानसिंह के पुत्र नरपत सिंह भाटी हैं। राठौड़ सांस में तकलीफ के बाद 8 नवम्बर से एमडीएम की सीसीयू में भर्ती थे। वे दो दिन से वेंटिलेटर पर थे और पेरिटोनियल डायलेसिस चल रही थी। सिंह के निधन की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व मंत्रीपरिषद के राजेंद्र पारीक, दुर्रू मियां, भरतसिंह, शांति धारीवाल सहित कई राजनेता जोधपुर पहुंचे। सभी ने उनके पावटा स्थित निवास पर अंतिम दर्शन कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनकी अंतिम यात्रा में गहलोत सहित कई राजनेता, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। जयपुर में मंत्रिपरिषद की बैठक

खेल समसामयिक घटनाचक्र

रणजी में दोहरा शतक लगा कर एलीट क्लब में आए राजस्थान के अशोक मेनारिया उदयपुर के 21 वर्षीय अशोक मेनारिया रेलवे के खिलाफ अपनी दोहरे शतक की पारी की बदौलत एलीट क्लब में सम्मिलित हो गए हैं। उनका नाम अब राजस्थान की ओर से रणजी में दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में शुमार हो गया है। कॅरिअर का 12वां प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे अशोक मेनारिया ने 408 गेंदों की पारी में 21 चौके व तीन छक्के लगाए। गत विजेता राजस्थान ने मेनारिया के इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत मैच की पहली पारी में रनों की बरसात करते हुए रेलवे की टीम पर दबाव बना दिया तथा इस रणजी मैच के 8/521 रन के स्कोर पर पारी घोषित की। टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में युवा बल्लेबाजों अशोक मेनारिया और रॉबिन बिष्ट की मुख्य भूमिका रही। मेनारिया ने जहां 230 रन की उत्कृष्ट पारी खेली, जबकि बिष्ट ने 167 रन बनाए। मैच के दूसरे दिन खेल समाप्ति तक रेलवे ने एक विकेट खोकर 32 रन बनाए। एशियन टेबल सॉकर चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम के कोच बने राजस्थान के राजेंद्र सिंह कुआलालंपुर में 23 से 28 नवंबर तक होने वाली एशियन टेबल सॉकर चैंपियनशिप के लिए राजस्थान के राजेंद्र स

दिव्या सिंह और हबीब गौरान आरपीएससी सदस्य बनाए गए

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिनांक 19 नवंबर को राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य के रूप में दिव्या सिंह और हबीब खां गौरान को सदस्य मनोनीत किया है। दिव्या सिंह भरतपुर से भाजपा के पूर्व सांसद विश्वेंद्र सिंह की पत्नी हैं। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में उन्हें राज्य कर्मचारी चयन आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था और केबिनेट स्तर का दर्जा दिया था। आरपीएस से पदोन्नत होकर आईपीएस बने हबीब खां गौरान अभी बीकानेर में एसपी हैं। लाड़ कुमारी जैन राजस्थान महिला आयोग तथा रणदीप धनखड़ राजस्थान पर्यटन निगम के अध्यक्ष राजस्थान सरकार ने 20 नवंबर को एक आदेश जारी कर राजस्थान महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर लाड़ कुमारी जैन को तथा श्री रणदीप धनखड़ को राजस्थान पर्यटन निगम के संचालक मंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। लाड़ कुमारी जैन राजस्थान विश्वविद्यालय महिला एसोसिएशन (रूवा) की भी अध्यक्ष है। रणदीप धनखड़ मूलतः झुंझुनु जिले के निवासी है तथा जयपुर में व्यापार करते हैं। इनका कार्यकाल तीन वर्ष का होगा तथा इन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है।

"कुंभलगढ़ व रावली टाडगढ़ अभयारण्य" में छह ईको टूरिज्म स्थल विकसित होंगे

राज्य के "कुंभलगढ़ व रावली टाडगढ़ अभयारण्य" में छह ईको टूरिज्म प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार ने लगभग 6 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस अभयारण्य में ईको-पर्यटन की संभावना के मद्देनजर वन विभाग द्वारा यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय भेजा गया था। यह आशा व्यक्त की जा रही है कि इस योजना के विकसित होने से यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। प्राप्त समाचारों के अनुसार इसमें कुंभलगढ़ ईको टूरिज्म प्रोजेक्ट के तहत राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ अभयारण्य व ऐतिहासिक दिवेर, पाली जिले के रणकपुर को और अजमेर जिले के रावली टाडगढ़ प्रोजेक्ट में रावली टाडगढ़ अभयारण्य, अजमेर जिले के धूलेश्वर, पाली के कालीघाटी बीलबेरी, बागरी को विकसित किया जाएगा। इन क्षेत्रों में पहले से ही भारी संख्या में पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है लेकिन इस प्रोजेक्ट के तहत जब क्षेत्र में सुविधाएं व एडवेंचर प्वाइंट विकसित होंगे तो पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। इससे एक और जहाँ सरकार को राजस्व बढ़ेगा, वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे। दो वर्षो में पूरा किए ज

समसामयिक घटनाचक्र-

राजस्थान में बनेंगे चार नए टैक्सटाइल पार्क

देश में वस्त्र उद्योग के विस्तार के लिए 2,100 करोड़ रुपए के खर्च से तैयार होने वाले 21 नए टैक्सटाइल पार्को को केन्द्र सरकार के कपड़ा मंत्रालय की प्रोजेक्ट अप्रूवल समिति द्वारा हाल ही में स्वीकृति प्रदान की है। इन पार्को का निर्माण अगले 3 वर्षों में होने की संभावना व्यक्त की गई है। इस समिति की बैठक केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग व कपड़ा मंत्री आनंद शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इन पार्को में से 6 महाराष्ट्र में, 4 राजस्थान में, दो-दो तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश में और एक-एक उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में बनाए जाने प्रस्तावित है। इस बैठक में अंतर मंत्रालयी समिति की सिफारिशों की आधार पर टैक्सटाइल पार्को के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए। समिति की बैठक में नए टैक्सटाइल पार्क बनाने के कुल 55 प्रस्तावों पर विचार किया था लेकिन केवल 21 स्वीकृत किए। टैक्सटाइल क्षेत्र में विश्व स्तर का बुनियादी ढांचा निर्मित करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी में एकीकृत टैक्सटाइल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। बैठक के बाद शर्मा ने कहा कि टैक्सटाइल पार्को के जरिए कपड़ा क्ष

जयपुर में भी है सेन्ट्रल इंस्टिटयूट ऑफ प्लास्टिक्स इंजीनियरिंग एण्ड टेक़्नोलॉजी (सिपेट) का केंद्र

सेन्ट्रल इंस्टिटयूट ऑफ प्लास्टिक्स इंजीनियरिंग एण्ड टेक़्नोलॉजी (सिपेट) भारत के मुख्य राष्ट्रीय संस्थानों में से एक है, जो प्लास्टिक्स एवं उससे संबद्ध उद्योगों हेतु शैक्षिक, प्रौद्योगिकी सहायता एवं अनुसंधान (ए टी आर) के लिए समर्पित है। प्रथम सिपेट कैम्पस की स्थापना चेन्नई में 1968 में भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय द्वारा की गई थी। उसके पश्चात देश में जयपुर सहित कुल 14 स्थानों पर सिपेट कैम्पस स्थापित किए गए हैं। इस प्रकार कुल 15 सिपेट कैम्पस जयपुर, अहमदाबाद, अमृतसर, औरंगाबाद, भोपाल, भुवनेश्वर, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, हाजीपुर, हल्दिया, इम्फाल, लखनऊ, मैसूर एवं पानीपत में कार्यरत है। राजस्थान के केंद्र का नाम  CIPET : Centre for Skilling and Technical Support (CSTS) - Jaipur है। राजस्थान में सिपेट कैम्पस एस. पी. 1298, सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र, फेस– 3, टौंक रोड, महात्मा गाँधी अस्पताल के पास स्थित है। सभी सिपेट कैम्पस भारत के साथ साथ विदेशों में भी प्लास्टिक उद्योगों को तकनीकी और अनुसंधान सेवा प्रदान कर रहे हैं तथा यहाँ डिज़ाईन, कैड / कैम / सी ए ई, टूलिंग एवं मोल्ड निर्म

बड़ी दुर्घटना होने से रोकने वाले टैंकर चालक को मुख्यमंत्री ने की पुरस्कार देने की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने दिनांक 29 अक्टूबर को जोधपुर के रातानाड़ा क्षेत्र में अदम्य साहस का परिचय देकर भयंकर हादसे को होने से बचाने वाले टैंकर चालक श्री लक्ष्मण राम चौधरी को मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है। श्री गहलोत ने श्री लक्ष्मण राम चौधरी को दूरभाष पर बधाई दी तथा उसकी हौसला अफजाई भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उसके इस साहसिक कृत्य की वजह से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। ध्यातव्य है कि शनिवार 29 अक्टूबर को जोधपुर के रातानाड़ा चौराहा स्थित पेट्रोल पम्प पर एक टैंकर में अचानक आग पकड़ ली थी तब चालक श्री लक्ष्मण राम चौधरी अपनी जान की परवाह किए बिना जलते हुए टैंकर को आबादी क्षेत्र से दूर सूनी जगह ले गया जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। मुख्यमंत्री ने 26 अप्रेल, 2011 को जोधपुर में ही इसी प्रकार जनहानि का हादसा टालने पर टैंकर चालक श्री नासिर खां को भी मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख रुपए की राशि दी थी।

राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र प्रश्नोत्तरी

1. योग व प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए उत्तर भारत का पहला योग व प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय कहाँ खोला गया है? उत्तर- सीकर में 2. बाबा बौर्ड खां सैयद की दरगाह/मजार कहाँ स्थित है जिनका उर्स अभी हाल ही में संपन्न हुआ? उत्तर - अलवर में 3. हाल ही में राजस्थान में देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज कहाँ फहराया गया? उत्तर - जयपुर के सेंट्रल पार्क में 4. राजस्थान के किस सांसद को हाल ही में कांग्रेस के संसदीय दल में मुख्य सचेतक बनाया गया है? उत्तर - डॉ गिरिजा व्यास को 5. अंतरराष्‍ट्रीय सूफी महोत्सव का पहला संस्करण राजस्‍थान के किस शहर में 21 से 27 अक्टूबर के बीच आयोजित किया गया जिसमें कव्वाली, गजल तथा सूफी संगीत पेश किए गए तथा सूफी दर्शन पर चर्चा की गई? उत्तर - अजमेर में 6. एक देश के राजा की हाल ही शादी हुई तथा उन्होंने राजस्थान में हनीमून मनाया। इनका नाम क्या है? उत्तर- भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक 7. कोयले से विद्युत उत्पादन के लिए राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को छत्तीसगढ़ में आवंटित कोयले के ब्लॉक्स का नाम क्या है जिनको कुछ दिनों पूर्व पर्

राज्य के 5000 स्कूलों में जलमणि योजना में लगेंगे जल शुद्धिकरण प्लांट

राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में उपलब्ध जल नहरी या सतही है। हैंडपंप से प्राप्त जल भी कई जगह फ्लोराइड युक्त या खारा है। नहरी और सतही जल गंदला एवं जीवाणु युक्त होता है तथा इससे स्कूली बच्चों के बीमार होने का खतरा बना रहता है। अतः आवश्यक है कि विद्यालयों में पेयजल को शुद्ध करके ही बच्चों को पिलाया जाए। राजस्थान के स्कूली बच्चों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रारंभ की जाने वाली जलमणि योजना अब तक केन्द्र सरकार की मंजूरी के अभाव में शुरू नहीं हो पा रही थी किंतु हाल ही में इस योजना को अंततः केंद्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस योजना में बच्चों को आर.ओ. फिल्टर से शुद्ध किया पानी पीने को मिलेगा। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के प्रथम चरण में नहरी तथा सतही जल पर निर्भर 5,000 स्कूलों का चयन किया जाएगा। यह योजना मूल रूप से 2009 में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित की गई थी जिसके अंतर्गत राज्य सरकार की ओर से स्कूलों में आर.ओ. प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया गया था तथा राज्य सरकार द्वारा प्लांट लगाने व उसके अगले पांच साल तक उनके रखरखाव के लिए केंद्र से 80,000 रुपए प्रति स्कूल या प्रति प्लांट

सांसद सुश्री गिरिजा व्यास कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल की मुख्य सचेतक मनोनीत

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राजस्थान से पार्टी की चित्तौड़गढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद सुश्री गिरिजा व्यास को पार्टी के संसदीय दल का मुख्य सचेतक मनोनीत किया है। पार्टी सुश्री व्यास पूर्व में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण उप मंत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी है। वे राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की भी अध्यक्ष पद पर भी कार्य कर चुकी है। हाल ही में उन्हें कांग्रेस पार्टी के मुख पत्र "कांग्रेस सन्देश" के सम्पादक मण्डल में सम्मिलित किया गया था।

राजस्थान देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाला राज्य बना

जयपुर के सेंट्रल पार्क में 72 X 48 आकार के 206 फुट ऊँचाई वाले देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय ध्वज का लोकार्पण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को समारोहपूर्वक किया। राजस्थान देश का प्रथम राज्य है, जिसकी राजधानी में यह मोन्यूमेंटल राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किया गया है। जेडीए और फ्लेग फाउंडेशन ऑफ इंडिया की ओर से स्थापित यह तिरंगा दिन-रात फहराता रहेगा। इस तिरंगे के निकट ही बने एक स्मारक में झंडे के इतिहास, विवरण, संहिता तथा अन्य रोचक तथ्यों के शिलालेख लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय ध्वज हमारे गौरव, स्वाभिमान और मान सम्मान का प्रतीक है। हमें इसकी रक्षा के लिए प्रयत्न करते रहना चाहिए। फ्लेग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सांसद नवीन जिंदल ने बताया कि देश के सभी जिलों में सौ फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किए जाने की उनकी इच्छा है और इसी के तहत हरियाणा के आधे जिलों में ऐसे ध्वज स्थापित किए जा चुके हैं।

2011 के नोबल पुरस्कार विजेता- 2

2011 के नोबल पुरस्कार विजेता- 2 : 4-The Nobel Prize in Literature 2011 स्वीडन के लोकप्रिय कवि टामस ट्रांसटोमर को वर्ष २०११ का साहित्य का प्रतिष्ठित नोबल पुरस्कार दिया ...

2011 के नोबल पुरस्कार विजेता-1

Creative Teachers सृजनशील शिक्षक: 2011 के नोबल पुरस्कार विजेता-1 :   स्वीडिश वैज्ञानिक और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल की संपत्ति से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाता है जिनके कार्यों...

राजस्थान सामान्य ज्ञान- विशेष समसामयिक घटनाचक्र

नवनिर्मित छबड़ा थर्मल पावर प्लांट की दूसरी इकाई से उत्पादन शुरू बारां जिले की छबड़ा थर्मल पावर प्लांट की 250 मेगावाट की दूसरी इकाई के सिंक्रोनाइज होने के एक वर्ष बाद 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से विद्युत का व्यावसायिक उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया। यहां 250-250 मेगावाट की दो और इकाईयों के जून-2012 तक प्रारंभ होने की पूरी संभावना है। प्रदेश में बिजली उत्पादन में वृद्धि करने के लिए हाडौती के छबड़ा एवं झालावाड़ जिले में 2200 मेगावाट के थर्मल प्लांट स्थापित किए गए थे। इसमें छबड़ा में 250 मेगावाट की पहली इकाई से व्यावसायिक उत्पादन ठीक से शुरू हो गया, लेकिन 250 मेगावाट की दूसरी इकाई में व्यवधान आ गया था। इस इकाई को सितंबर-10 में सिंक्रोनाइज किया गया। फिर टरबाइन में आई समस्या को दूर करने के लिए इसे 8 जुलाई को बंद कर दिया। 1 अक्टूबर को इसे फिर से सिंक्रोनाइज किया गया। 14 दिन का ट्रायल पूरा करने के पश्चात 15 अक्टूबर को इससे व्यावसायिक उत्पादन प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही झालावाड़ में कालीसिंध नदी पर बन रहे 600-600 मेगावाट की दो इकाइयों व 160 मेगावाट गैस आधारित विद्युत उत्पादन इकाइयों से भी र

आई आई टी जोधपुर द्वारा विकसित सस्ते टेब्लेट पीसी "आकाश" का वितरण

सस्ती एवं सुगम ढंग से सूचना प्रौद्योगिकी को जन जन तक पहुँचाने के लिए विद्यार्थियों को कम कीमत पर लैपटाप उपलब्ध कराने की केन्द्र सरकार की परिकल्पना छह वर्ष बाद आखिर 6 अक्टूबर को उस समय साकार हुई, जब देश के सबसे सस्‍ते टैबलेट पीसी 'आकाश' को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया गया। उनके द्वारा एक समारोह में 500 छात्रों को यह सस्ते उपकरण प्रदान किए। लिनक्स पर आधारित इस पीसी में अधिगम को सुगम बनाने के लिए ब्राडबैंड इंटरनेट, वीडियो कांफ्रेंसिग तथा मीडिया प्लेयर जैसे आधुनिकतम अनुप्रयोग भी उपलब्ध है। त्वरित ऐप्लीकेशन के लिए इसमें कोर ग्राफिक्स एक्सीलेटर लगाया गया है। इस उपकरण को वाई-फाई से जोड़ा जा सकता है और यह 3 जी मोडम को भी सपोर्ट करेगा। इसमें दो यूएसबी पोर्ट की भी सुविधा है। इसे कीबोर्ड, वेबकैम और अन्य जरूरी उपकरणों को भी इसमें जोड़ा जा सकता है। इस कम्प्यूटर का विकास मानव संसाधन विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय स्कूली शिक्षा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी योजना (एन.एस.ई.आई.सी.टी. योजना) के तहत आई.आई.टी. राजस्थान के सहयोग से किया गया है तथा इ

भारतीय सेना का युद्धाभ्यास सुदर्शन चक्र

भारतीय सेना पश्चिमी राजस्थान से लगती पाक सीमा के नजदीक थार रेगिस्तान में इस सदी के सबसे बड़े युद्धाभ्यास ऑपरेशन "सुदर्शन चक्र" के अंतर्गत अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। शीतकालीन युद्धाभ्यास का शंखनाद नौ अक्टूबर को बाड़मेर के रेतीले इलाके में सेना के अर्जुन टैंक, बोफोर्स तोपों व आधुनिक हथियारों के साथ काल्पनिक युद्ध के रूप में हो रहा। उधर खबर यह भी है कि पाकिस्तान पश्चिमी सीमा क्षेत्र में मिसाइलों की तैनाती में भी जुटा है। इससे जैसलमेर, जोधपुर व जयपुर सहित देश के कई बड़े नगर लुधियाना, अमृतसर, दिल्ली, अहमदाबाद, भोपाल व मुम्बई इन मिसाइलों के निशाने पर हैं। इसका मुँहतोड़ जवाब देने की भारतीय सेना ने भी पूरी तैयारी कर ली है तथा इस अभ्यास के माध्यम से वह यह व्यक्त कर देगी कि वह पाकिस्तान के मिसाइल हमलों का करारा जवाब देने में सक्षम है। समाचारों के अनुसार दो माह पहले पश्चिम सीमा पर जैसलमेर सेक्टर के सामने धोरों में ड्रेगन (चीन) की इंजीनियरिंग व मैकेनाइज्ड रेजिमेंट के साथ पाक ने गुपचुप युद्धाभ्यास किया था। अब वह सीमा के पास लघु दूरी की हत्फ, हत्फ-1, अब्दाली, गजनवी, मध्यम दूरी की शाहीन-

पर्यावरण के लिए बलिदान की याद में भरता है खेजड़ली का मेला

पर्यावरण संरक्षण के लिए पश्चिमी राजस्थान संपूर्ण विश्व में जाना जाता है। राजस्थानी की प्रसिद्ध कहावत "सर साठे रूंख रहे तो भी सस्तो जाण" (अर्थात सिर कटवा कर वृक्षों की रक्षा हो सके, तो भी इसे सस्ता सौदा ही समझना चाहिए) को जोधपुर जिले का खेजड़ली गाँव के लोगों ने पूरी तरह से चरितार्थ किया था जहाँ संवत् 1787 की भादवा सुदी दशमी को खेजड़ी के पेड़ों की रक्षा के लिए विश्नोई जाति के 363 व्यक्तियों ने अपने प्राणों की आहूति दी थी। वनों के संरक्षण तथा संवर्द्धन के लिए संत जांभोजी के अनुयायी विश्नोई समाज ने सदैव सामाजिक प्रतिबद्धता को उजागर किया है। जांभोजी ने संवत् 1542 की कार्तिक बदी अष्टमी को विश्नोई धर्म का प्रवर्तन किया तथा अपने अनुयायियों को "सबद वाणी" में उपदेश दिया कि वनों की रक्षा करें। उन्होंने अपने अनुयायियों से उनतीस (20+9) नियमों के पालन करने के लिए प्रेरित किया। बीस + नौ नियमों के पालन के उपदेश के कारण ही उनके द्वारा प्रवर्तित संप्रदाय को विश्नोई संप्रदाय कहा गया। इन नियमों में से एक नियम हरे वृक्ष को नहीं काटने का भी था। इस संप्रदाय के सैकड़ों लोगों द्वारा खेजड़ली

राजस्थान समसामयिक सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी- 6 अक्टूबर 2011

1. राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की चार नदियों को जोड़ने की प्रस्तावित पीकेसीबी लिंक परियोजना में सम्मिलित नदियों के नाम क्या है? उत्तर- पार्वती, कालीसिंध, चम्बल और बनास 2. नोबेल पुरस्कार के लिए नामित राजस्थान के प्रसिद्ध साहित्यकार की विजयदान देथा की किस कहानी पर अमोल पालेकर द्वारा निर्देशित फिल्म 'पहेली' का निर्माण किया गया था? उत्तर- दुविधा 3. जोधपुर के एयरबेस के एयरफोर्स स्टेशन पर अग्रिम पंक्ति के किस सुपरसोनिक लड़ाकू विमान की एक स्क्वाड्रन की तैनाती हाल ही में की गई है? उत्तर- सुखोई 30 4. 'वोट के बदले नोट‘ प्रकरण में आरोपित राजस्थान के किस पूर्व भाजपा सांसद को गिरफ्तार किया गया था? उत्तर- महावीर भगोरा 5. हाल ही में किस देश के राष्ट्रपति भवन द्वारा विभिन्न पदों के लिए मांगे गए आवेदन फार्म की पांचवीं सूची में अंतरराष्ट्रीय भाषाओं की सूची के दूसरे भाग में मराठी के बाद मारवाड़ी का नाम भी दर्ज है? उत्तर- अमेरिका 6. किस जिले में जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग एवं मारवाड़ कल्चरल एंड डवलपमेंट सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय "मारवाड़ समारोह" का आय

सुपर लग्जरी ट्रेन ''रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स"

पैलेस ऑन व्हील्स की तर्ज पर तीन वर्षो पूर्व सन् 2008 में सुपर लग्जरी ट्रेन ''रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स" शुरू की गई थी। यह शाही रेलगाड़ी 2 अक्टूबर को सायंकाल नई दिल्ली के सफदरजंग रेल्वे स्टेशन से 50 पर्यटकों के साथ इस पर्यटन सत्र 2011 की अपनी प्रथम व्यावसायिक यात्रा के लिए रवाना हुई। राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आर.टी.डी.सी.) के अनुसार 'रॉयल राजथान ऑन व्हील्स' नामक इस रेलगाड़ी में 13 डिब्बे है जिनके नाम राजस्थान के प्रसिद्ध स्मारकों एवं महलों के नाम पर हवामहल, चन्द्रमहल, सूर्यमहल, मोती महल, सुख महल, जल महल, पद्मिनी महल, किशोरी महल, फूल महल, जोगी महल, कुंभा पेलेस, उम्मेद पेलेस एवं लालगढ़ पेलेस रखे गए हैं जबकि इस शाही ट्रेन में विशिष्ट रूप से निर्मित सुपर डीलक्स कोच को ताजमहल नाम दिया गया है। रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स में एक लग्जरी सूट भी है। इसी प्रकार प्रत्येक सेलून का नाम भी बहुमूल्य रत्नों पर रूबी, सपर एवं पर्ल रखे गए है। इस ट्रेन में दो आलीशान रेस्तरां-लांज भी है जिनके नाम 'शीश महल' एवं 'स्वर्ण महल' है। जिनमें विभिन्न तरह के हिन्दुस्तानी अन्य जायको के

राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र

राज्य को आवंटित कोल ब्लॉक्स को जल्द ही मिलेगी पर्यावरणीय स्वीकृति राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को छत्तीसगढ़ में ‘पारसा ईस्ट व केंते बेसन‘ कोल ब्लॉक्स आवंटित हुए थे, जिनको केन्द्र सरकार से पर्यावरणीय स्वीकृति मिलना निश्चित हो गया है। इन ब्लॉक्स के लिए पहले चरण की वन विभाग की स्वीकृति इस वर्ष की जुलाई में ही प्राप्त हो चुकी है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार हाल ही में नागपुर में संपन्न केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की ’एक्सपर्ट अप्रेजल (ई.ए.सी.) की बैठक में इन ब्लॉक्स के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति देने पर सहमति जताई है। इस पर्यावरण स्वीकृति मिलने के साथ ही अगले 10 से 12 माह में इन ब्लॉक्स से राज्य की विद्युत परियोजनाओं के लिए कोयला प्राप्त होने लगेगा। जोधपुर एयर बेस में तैनात होंगे सुपरसोनिक विमान सुखोई-30 भारत के अग्रिम पंक्ति के पहले सुपरसोनिक विमान सुखोई-30 की एक स्क्वॉड्रन जोधपुर एयरबेस पर एक अक्टूबर से तैनात की जा रही है। इसके साथ ही जोधपुर पश्चिम सीमा पर लड़ाकू विमान सुखोई की तैनाती वाला पहला एयरबेस हो जाएगा। सुखोई अभी बरेली, सिकंदराबाद और आसाम के तेजपुर में तैन

प्रसिद्ध नृत्यांगना गुलाबो अब टीवी शो बिग बॉस में

टेलीविजन के प्रसिद्ध रियलिटी शो 'बिग बॉस' में इस बार राजस्थानी रंग भी बिखरने लगे हैं। दिनांक 2 अक्टूबर से प्रारंभ हुए बिग बॉस-5 में प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो सपेरा व जयपुर की लोकप्रिय टीवी अदाकारा जूही परमार (कुमकुम धारावाहिक की नायिका) मेहमान के रूप में शामिल हो गए हैं। अपने नृत्य से देश-विदेश में धूम मचा चुकी गुलाबो इस शो में परंपरागत कालबेलिया के राजस्थानी गेटअप में नजर आई। गुलाबो ने इस शो के ऑफर पर पहले तो मना कर दिया लेकिन फिर परिवार के समझाने पर शो में जाने को तैयार हो गई। वे अपने साथ परिवार के फोटो ले गई हैं। बदले फॉर्मेट में बिग बॉस-5 में शक्ति कपूर, पूजा बेदी, सोनाली नागरानी, निहिता बिस्वास, श्रद्धा शर्मा,रागेश्वरी, सोनिका कालीरमन, लक्ष्मी त्रिपाठी, पूजा मिश्रा, मनदीप, विदा समादाजई और महक चहल अन्य मेहमान हैं।

राजस्थान के विजयदान देथा साहित्य के नोबेल के लिए नामित

इस वर्ष के साहित्य के क्षेत्र में मिलने वाले नोबेल के लिए देश के दो साहित्यकार भी दौड़ में हैं। इनमें एक हैं राजस्थान के विजयदान देथा हैं तथा दूसरे साहित्यकार के. सच्चिदानंद है। विजयदान देथा विज्जी के नाम से प्रदेश भर में लोकप्रिय है तथा उत्कृष्ट लेखन के कारण उन्हें "राजस्थान का शेक्सपीयर" भी कहा जाता है। उनकी कहानियों की प्रसिद्ध पुस्तक "बातां री फुलवारी" के 14 खंड प्रकाशित हो चुके हैं। देथा की कई कहानियों और उपन्यासों पर कई नाटक और फिल्में भी बन चुकी हैं। इनमें हबीब तनवीर द्वारा निर्देशित नाटक "चरणदास चोर" और अमोल पालेकर के द्वारा बनाई गई फिल्म "पहेली" प्रमुख है। पहेली को भारत की ओर से ऑस्कर में भी भेजा गया था। 85 वर्षीय वयोवृद्ध साहित्यकार विज्जी वर्तमान में जोधपुर के बोरून्दा में रह रहे हैं। श्री देथा को पद्मश्री सम्मान, साहित्य अकादमी पुरस्कार आदि कई सम्मान से नवाजा जा चुका है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी - 1 अक्टूबर 2011

1. गवरी लोक नाट्य के अवसान को क्या कहा जाता है? उत्तर- वळावन 2. खेत को जोतने से पहले काँटे व झाड़ियों को हटा कर खेत को साफ करने की प्रक्रिया क्या कहलाती है? उत्तर- सूंड 3. विवाह से पूर्व वर या वधू तथा उसके मित्रों को गाँव या मोहल्ले के लोग अपने घर में आमंत्रित करके भोज देते हैं। यह प्रथा क्या कहलाती है? उत्तर- बिन्दोला प्रथा 4. विवाह के एक दिन पूर्व वर को गांव-मुहल्ले में घुमाए जाने की प्रथा क्या कहलाती है? उत्तर- बिंदोली 5. बहन के पुत्र या पुत्री के विवाह के अवसर पर भाई द्वारा बहन-बहनोई को वस्त्र व आभूषण तथा उसके परिजनों को साड़ी पगड़ी आदि दिए जाने की प्रथा को क्या कहते हैं? उत्तर- मायरा 6. दहेज को राजस्थान में क्या कहा जाता है? उत्तर- डायचा 7. विवाह से पूर्व वर या वधू को हल्दी व बेसन के उबटन लगाने की प्रथा को क्या कहते हैं? उत्तर- पीठी करना 8. विवाह के अवसर पर वधू पक्ष द्वारा वर पक्ष का स्वागत करने की प्रथा को क्या कहते हैं? उत्तर- सामेला 9. किस त्यौहार पर सुहागिने ऐवात (सुहाग) की सामग्री अन्य स्त्रियों को भेंट करती है? उत्तर- मकर संक्रांति को 10. नान

राजस्थान सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी - 28 सितंबर 2011

1. राजस्थान में किस त्यौहार पर महिलाएँ नर बछड़े वाली दुधारू गाय की पूजा करती है, बिना कटी सब्जी व मक्का की रोटी खाती है तथा गाय का दूध काम में नहीं लेती है? उत्तर- वत्स द्वादशी या बच्छ बारस को 2. राजस्थान में खेतों में सिंचाई करने की प्रक्रिया को कहते हैं? उत्तर- पाणत करना 3. राजस्थान में बंधुआ मजदूरी प्रथा का अन्य नाम क्या है? उत्तर- सागड़ी प्रथा 4. राजस्थान में सती प्रथा को सर्वप्रथम किस रियासत में गैर कानूनी घोषित किया था? उत्तर- बूँदी में 5. राजस्थान में साझा द्वारा खेती की प्रथा में कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति की जमीन पर खेती करता है जिसमें उसे उपज का आधा या निश्चित हिस्सा मिलता है। इस प्रकार खेती करने वाले व्यक्ति को क्या कहते हैं? उत्तर- सिजारी 6. किस प्रथा को सहगमन या अन्वारोहण भी कहा जाता था? उत्तर- सती प्रथा को 7. किसी व्यक्ति की मृत्यु पर इसके 11 वें या 12 वें पर दिए जाने वाले भोज को क्या कहते हैं? उत्तर- मौसर 8. विवाह के दूसरे दिन दिए जाने वाले सामूहिक प्रीतिभोज को क्या कहा जाता है? उत्तर- बढ़ार 9. बारात की विदाई पर वधू पक्ष द्वारा बारातियों को दि

राजस्थान के प्रसिद्ध कलाकार- एक नजर मेंराजस्थान के प्रसिद्ध कलाकार- एक नजर में

1- गणपत लाल डांगी – नाटक, गायन व लेखन 2- गवरी देवी - मांड गायन 3- अल्लाह जिलाई बाई - मांड गायन 4- बन्नो बेगम - मांड गायन 5- पेपे खां - सुरणाई वादन 6- मांगीबाई - तेरहताली नृत्य 7- चांद मोहम्मद खान - शहनाई वादन 8- विद्यासागर उपाध्याय - चित्रकला 9- पं. द्वारका प्रसाद शर्मा - चित्रकला 10- रामेश्वर सिंह - चित्रकला 11- बी. जी. शर्मा - चित्रकला 12- पी. एन. चोयल - चित्रकला 13- लालचंद मारोठिया - चित्रकला 14- अब्बास अली बाटलीवाला - चित्रकला 15- हेमंत चित्रकार (शर्मा) - चित्रकला 16- पी. पी. कोटावाला - चित्रकला 17- भूरसिंह शेखावत - चित्रकला 18- ए. एच. मूलर - चित्रकला 19- कुंदनलाल - चित्रकला 20- रामगोपाल विजयवर्गीय - चित्रकला 21- बी. सी. गुई - चित्रकला 22- गोवर्द्धन लाल जोशी 'बाबा' - चित्रकला 23- रामनिवास शर्मा - चित्रकला 24- देवकीनंदन शर्मा - चित्रकला 25- जगदीश सिंह गहलोत - चित्रकला 26- मोनी सान्याल - चित्रकला 27- घासीराम - चित्रकला 28- नरोत्तम नारायण शर्मा - चित्रकला 29- डॉ. नाथूराम वर्मा - चित्रकला 30- कृपालसिंह शेखावत - ब्लू पॉटरी व चित्रकला 31. श्रीलाल जोश

समसामयिक घटना चक्र-

जोधपुर के पूर्व नरेश गजसिंह को मिला आइटो हॉल ऑफ फेम अवार्ड

जोधपुर के पूर्व नरेश गजसिंह को भारतीय पर्यटन तथा होटल उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए गुजरात के गांधीनगर में आयोजित एक समारोह में ‘आइटो हॉल ऑफ फेम अवार्ड-2011’ प्रदान किया गया। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स नई दिल्ली की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे तथा विशिष्ट अतिथि केंद्रीय पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय व गुजरात के पर्यटन मंत्री नर्मदा शंकर व्यास थे। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय ठाकुर के अनुसार प्रति वर्ष यह पुरस्कार ऐसे व्यक्ति को प्रदान किया जाता है जिनके द्वारा किसी विशेष क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया गया हो। अब तक यह पुरस्कार राय बहादुर एमएस ऑबेरॉय, सर एडमंड्स हिलेरी, पंडित रविशंकर, जगमोहन, प्रफुल्ल पटेल, वसुजीत बैनर्जी को दिया जा चुका है। डॉ. एस के गोयल को एपीआई का सर्वोच्च सम्मान एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन्स ऑफ इंडिया (ए. पी. आई.) ने कोटा के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एस.के. गोयल को वर्ष 2011 का अति-विशिष्ट मेम्बर पुरस्कार के लिए चयनित किया है। डॉ. गोयल इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले राज्य के पहले फिजीशियन हैं

मांड गायिका मांगीबाई को ‘रूपराम लोकगीत पुरस्कार’

मांड गायकी के क्षेत्र में देश भर में अपनी विशिष्ट पहचान रखने एवं पारंपरिक लोकगीत परंपरा के प्रति पूरा जीवन समर्पित करने वाली उदयपुर की प्रसिद्ध मांड गायिका मांगीबाई आर्य का दिल्ली की राजस्थान रत्नाकर संस्था द्वारा ‘श्री रूपराम लोकगीत पुरस्कार 2011’ के लिए चयन किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें 11 सितंबर की शाम चार बजे नई दिल्ली के शाह ऑडिटोरियम में प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार में 15 हजार नकद, प्रशस्ति पत्र एवं शॉल भेंट किए जाएंगे। श्रीमती आर्य ऑल इंडिया रेडियो एवं दूरदर्शन की ‘ए ग्रेड’ कलाकार हैं। उनके कार्यक्रमों पर आधारित कैसेट, रिकॉर्ड व प्रकाशन भी जारी हो चुके हैं। श्रीमती मांगीबाई द्वारा अर्जित अन्य प्रमुख पुरस्कार- > केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी (नई दिल्ली) का राष्ट्रीय पुरस्कार > राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर राज्य स्तरीय पुरस्कार (1994) > राजस्थानी भाषा साहित्य अकादमी पुरस्कार > ‘मरुधरा’ संस्था कोलकाता मुंबई के सिद्धार्थ मैमोरियल ट्रस्ट पुरस्कार वर्ष 2010 और 2011 के " श्रीमती बसंती देवी धानुका युवा साहित्यकार पुरस्कार " वितरित राजस्थानी भा

वीर तेजाजी की स्मृति में डाक टिकट जारी

केन्द्रीय संचार एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट ने 7 सितंबर को नागौर जिले के खरनाल में वीर तेजाजी की स्मृति में जारी डाक टिकट का रिमोट दबा कर विमोचन किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश का इतिहास बड़ा गौरवमयी रहा है। यहां भाषा, खान-पान, रहन-सहन और अन्य प्रकार की विविधताएं होने के बावजूद पूरा देश एकता रूपी माला में बंधा हुआ है। हमारे लोक देवता तथा लोकसंत लाखों-करोड़ों देशवासियों की भावनाओं से जुड़े हैं तथा आस्था के प्रतीक हैं। प्रत्येक गाँव तथा ढाणी में उन्हें श्रद्धा की भावना से पूजा जाता है। केन्द्र सरकार द्वारा जनता की इसी आस्था के सम्मान करते लिए वीर तेजा जी पर डाक टिकट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि डाक टिकट विमोचन के बाद वीर तेजाजी की कीर्ति और वीरता की गाथा पूरी दुनिया जान पाएगी।

राजस्थान समसामयिक- लोकदेवता देवनारायण पर डाक टिकट

दिनांक 3 सितम्बर को केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट ने भीलवाड़ा जिले के आसीन्द के सवाई भोज मंदिर प्रांगण में भारतीय डाक विभाग द्वारा लोकदेवता देवनारायण पर जारी 5 रुपए के डाक टिकट का विमोचन किया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह तथा वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री रामलाल जाट भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि आज डाक विभाग ने गुर्जरों के आराध्यदेव देवनारायण पर डाक टिकट जारी किया जिससे समाज का सम्मान बढा है। उन्होंने कहा कि नई पीढी के नौजवान हमारे लोक देवताओं तथा आदर्श पुरुषों के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा ग्रहण करें एवं उनके द्वारा सुझाए मार्ग पर चलते हुए सेवा का संकल्प लें। इससे पूर्व उन्होंने भगवान देव नारायण के सवाईभोज तीर्थ पर आयोजित मेले का विधिवत उद्घाटन भी किया और भगवान देवनारायण के मंदिर में दर्शन किए। लोक देवता देवनारायण सैकड़ों वर्षों से पूरे देश में एक महान दैवीय योद्धा के रूप में पूजे जाते हैं। उनका जीवन एवं वीर गाथाएं कई पीढ़ियों के नौजवानों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं। देश भर में देवनारायण के अनेक मंदिर हैं एवं उनके लाखों अनुय

राजस्थान के तेरह उद्यमी राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित-

राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने दिनांक 2 सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योग के क्षेत्र में उद्यमशीलता, अनुसंधान और विकास में विशिष्ट कार्यों के लिए राजस्थान के 13 उद्यमियों को सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने उन्हें नकद पुरस्कार के रूप में चैक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। प्रथम राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वालों में विशेष उल्लेखनीय जयपुर के श्री जुगल किशोर वैद्य एवं श्री अखिलेश शर्मा वैध थे। इनके अलावा श्री जयपुर के श्री क्षिप्र कुमार, श्री रजत अग्रवाल, श्री रवि पौद्दार (दो पुरस्कार), श्री रूप नारायण शर्मा, श्री आलोक जैन एवं श्री अनुज बैराठी, उदयपुर के श्री वीरेंद्र प्रकाश राठी, नागौर के श्री मनोज माहेश्वरी और बूंदी के श्री सत्यनारायण माहेश्वरी को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री वीरभद्र सिंह और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

जयपुर के सेन्ट्रल पार्क पर 206 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लहराने की स्वीकृति

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सेन्ट्रल पार्क में म्यूजिकल फाउन्टेन के पास 206 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना करने की स्वीकृति प्रदान की है। जयपुर राजस्थान का ऐसा पहला शहर है, जहां इतनी ऊंचाई पर यह ध्वज लगाया जाएगा। इससे पूर्व इस फाउन्डेशन द्वारा अन्य राज्यों हरियाणा, ओडीसा, कर्नाटक एवं केरल में भी 206 फीट ऊंचाई के ध्वज लगाये जा चुके हैं। इस संदर्भ में गैर लाभकारी संस्था ''फ्लैग फाउन्डेशन ऑफ इण्डिया'' द्वारा जयपुर में 206 फीट ऊंचाई पर ''मोन्यूमैन्टल फ्लैग'' स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थान उपलब्ध कराने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया था। फ्लैग फाउन्डेशन ऑफ इण्डिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आयुक्त, जयपुर विकास प्राधिकरण एवं वास्तुविद के साथ विभिन्न स्थानों का निरीक्षण करने के पश्चात् समस्त बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए सेन्ट्रल पार्क में म्यूजिकल फाउन्टेन के समीप स्थान को सबसे उपयुक्त पाया गया। सेन्ट्रल पार्क शहर के केन्द्र में स्थित होने से यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग इसे देख सकेंगे तथा इसमें पर्याप्त स्थान उपलब्ध होने के कारण राष्ट्री