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Current Affairs- Suzlon got nod to start production for Rajasthan's Energy project-



पवन टरबाइन निर्माता कंपनी सुजलॉन को राजस्थान की ऊर्जा उत्पादन परियोजना के लिए निर्माण करने का प्रस्ताव मिला-

 

Wind turbine producer Suzlon Energy has been given an assent from the power generation company CLP India to start manufacturing equipment for the latter projects of Rajasthan. According to sources, Suzlon announced that it has got the Notice to Proceed (NTP) from CLP India for a 100.8 MW wind power project after CLP India received the approval from the Rajasthan government to commence work on the project. The project which is located in Tejuva village of Rajasthan, will comprise 48 units of Suzlon's 2.1 MW wind turbines. The total value of the order is around Rs 750 crore and the equipment will be delivered to CLP India in the next 9-12 months. The completion of this project will boost CLP India's wind power portfolio approx. to 1,000 MW".  Rajasthan has large reserves of untapped (wind energy) potential that spells out a great opportunity for this sector to grow exponentially.

राजस्थान में अप्रयुक्त (पवन ऊर्जा) का बड़ा भंडार है, जिसका दोहन किया जाना आवश्यक है। पवन टरबाइन कंपनी सुजलॉन एनर्जी को विद्युत उत्पादन कंपनी सीएलपी इंडिया से राजस्थान की आगे आने वाली परियोजनाओं के लिए  उपकरणों का निर्माण शुरू करने के लिए प्रस्ताव दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, सुजलॉन ने घोषणा की है कि सीएलपी इंडिया को राजस्थान सरकार से 100.8 मेगावाट पवन ऊर्जा  परियोजना के लिए कार्य शुरू करने का अनुमोदन प्राप्त होने के बाद उसको सीएलपी इंडिया से इसके लिए "नोटिस टू प्रोड्यूस- NTP" प्राप्त हुआ है। राजस्थान के तेजुवा गांव में स्थित इस परियोजना में  सुजलॉन की 2.1 मेगावाट क्षमता की 48 पवन टर्बाइन  इकाइयां शामिल होगी।  सुजलोन को प्राप्त प्रस्ताव का कुल मूल्य लगभग 750 करोड़ रुपये है तथा सीएलपी इंडिया को परियोजना के उपकरणों की आपूर्ति अगले 9 से 12 महीनों के अन्दर कर दी जाएगी। इस परियोजना के पूरा होने पर सीएलपी इंडिया का पवन ऊर्जा पोर्टफोलियो लगभग  1,000 मेगावाट तक बढ़ जाएगा।

 Cairn will invest USD 200 million in gas field of Rajasthan-

केयर्न राजस्थान के गैस क्षेत्र में 200 मिलियन अमरीकी डालर का निवेश करेगी-

Cairn India Ltd will invest 200 million US dollar (USD) in the next three years in developing natural gas finds in the largely oil-bearing Rajasthan block. Cairn told  in its 2013-14 annual report that during year 2015-17, the investment of 200 million USD will be for developing existing 'Raageshwari Deep Gas field' and associated field facilities and pipeline. Taking maximum advantage of the gas potential of the Rajasthan block, is a priority for Cairn India.

Cairn has a great success story which began in the Rajasthan in January 2004 with discovery of Mangala oil field - the largest onshore oil find in India in the last two decades. Till date, Cairn has made 31 discoveries in the Barmer basin. As on March 31, 2014, Rajasthan block has estimated in-place resources of about 4.6 billion barrels of oil and oil equivalent gas. It estimated a resource base of about 71 million barrels of oil equivalent in the Raageshwari Deep Gas field but the block may hold larger reserves. Mangala, the largest of the oil and gas finds Cairn has made in the Barmer dessert block, was put into production in August-end 2009 and is currently producing about 120,000 barrels per day. Bhagyam, the second biggest find in the area, began producing in 2012 and is currently doing about 25,000 bpd. Aishwariya oilfield, third of the famous MBA (Mangala-Bhagyam-Aishwariya) discoveries in the block, is at about 25,000 bpd. Cairn holds 70 percent interest in the block while state-owned Oil and Natural GasCorp ( ONGC) has the remaining 30 percent.

केयर्न इंडिया लिमिटेड राजस्थान के वृहद् तेलधारक ब्लॉक में प्राकृतिक गैस प्राप्ति के विकास के लिए अगले तीन वर्षों में 200 मिलियन डालर का निवेश करेगी केयर्न ने अपनी 2013-14 की वार्षिक रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2015-17 के दौरान 200 मिलियन डालर का निवेश मौजूदा गैस-क्षेत्र 'रागेश्वरी' और संबद्ध क्षेत्र की सुविधाओं और पाइप लाइन के विकास के लिए किया जाएगा केयर्न इंडिया के लिए राजस्थान ब्लॉक से गैस की क्षमता का अधिकतम लाभ उठाना एक प्राथमिकता है
पिछले दो दशकों में भारत में सबसे बड़े तटवर्ती (ऑनशोर) तेलक्षेत्र "मंगला तेलक्षेत्र" की खोज के साथ जनवरी 2004 में राजस्थान में शुरू हुआ केयर्न का सफ़र उसकी सफलता की एक बड़ी कहानी है केयर्न ने बाड़मेर बेसिन में अभी तक 31 खोजें की है 31 मार्च 2014 की स्थिति के अनुसार, राजस्थान ब्लॉक में 4.6 बिलियन बैरल के तेल और 'तेल-तुल्य गैस' संसाधनों के भंडार का अनुमान हैएक अनुमान के अनुसार 'रागेश्वरी' गैस क्षेत्र में 71 लाख बैरल तेल के बराबर गैस हो सकती है, किन्तु इस ब्लॉक में इससे भी बड़ा भंडार हो सकता है केयर्न द्वारा बाड़मेर में अगस्त 2009 के अंत में सबसे बड़े तेल व गैस भंडार 'मंगला' में उत्पादन प्रारंभ किया था और वर्तमान में यहाँ से प्रति दिन लगभग 120,000 बैरल का उत्पादन होता हैक्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी तेल क्षेत्र खोज 'भाग्यम' में 2012 में उत्पादन शुरू किया था और वर्तमान में इससे लगभग 25,000 बैरल प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है एम.बी.ए. (मंगला- भाग्यम -ऐश्वर्या) के रूप में जानी जाने वाली तेल-तिकड़ी की तीसरी प्रसिद्ध खोज 'ऐश्वर्या तेलक्षेत्र' ब्लॉक में से लगभग 25,000 बैरल प्रतिदिन उत्पादन होता है तेल ब्लॉक में केयर्न का हिस्सा 70 प्रतिशत है जबकि सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) का हिस्सा शेष 30 फीसदी है

Rajasthan Schedule Tribe Council is reconstituted -

राजस्थान अनुसूचित जनजाति परिषद का पुनर्गठन-

Rajasthan Schedule Tribe Council is reconstituted in an order issued by Rajasthan state government on 17th June. Tribal Area Development Minister Shri Nand Lal Meena will be the Chairman of the Council. Commissioner, Tribal Area Development Department, Udaipur will be Member Secretary of the reconstituted Council.

According to this order, the members of reconstituted council  are-

- Kushalgadh MLA Shri Bhima Bhai,

-Dungarpur MLA  Shri Devendra Katara,

-Banswara MLA Shri Dhan Singh Rawat,

-Aspur MLA Shri Gopichand Meena,

-Dhariavd MLA Shri Gautam Lal Meena,

-Gadhi MLA Shri Jitml Khant, MLA,

-Bamnwas (MADA area) Shri Kunjilal Meena,

-Kishanganj (Saharia area) MLA Shri Lalit Kumar,

-Kherwada MLA Shri Nanalal Ahari,

-Gatol MLA Mr. Navneet Ninama,

-Gogunda MLA Shri Pratap Lal Bhil,

-Pindwada MLA Shri Samaram Garasia,

-Chourasi MLA Shri Sushil Katara,

-Nimbahedha (MADA area) MLA Shri Shrichand Kripalani.

-Shri Ramswrupji Maharaj of Bharat Mata Temple, a volunteer organization,Banswara

- Principal Secretary Rural Development and Panchayat Raj Department

- Principal Secretary Tribal Area Development Department

 

राज्य सरकार ने 17 जून को एक आदेश जारी कर राजस्थान अनुसूचित जनजाति परिषद का पुनर्गठन किया है। जनजाति क्षेत्र विकास मंत्री श्री नंदलाल मीणा इस परिषद के अध्यक्ष होंगे। आयुक्त, जनजाति क्षेत्र विकास विभाग, उदयपुर पुनर्गठित परिषद के सदस्य सचिव होंगे।

आदेशानुसार पुनर्गठित परिषद के सदस्य निम्नानुसार है-

-विधायक कुशलगढ़ श्री भीमा भाई,

-विधायक डूंगरपुर श्री देवेन्द्र कटारा,

-विधायक बांसवाड़ा श्री धन सिंह रावत,

-विधायक आसपुर श्री गोपीचंद मीणा,

-विधायक धरियावद श्री गौतम लाल मीणा,

-विधायक गढ़ी श्री जीतमल खांट,

-विधायक बामनवास (माडा क्षेत्र) श्री कुंजीलाल मीणा,

-विधायक किशनगंज (सहरिया क्षेत्र) श्री ललित कुमार,

-विधायक खैरवाड़ा श्री नानालाल अहारी,

-विधायक घाटोल श्री नवनीत निनामा,

-विधायक गोगुन्दा श्री प्रताप लाल भील,

-विधायक पिण्डवाड़ा श्री समाराम गरासिया,

-विधायक चौरासी श्री सुशील कटारा,

-विधायक निम्बाहेड़ा (माडा क्षेत्र) श्री श्रीचन्द्र कृपलानी,

- श्री रामस्वरूपजी महाराज, भारत माता मंदिर, स्वयं सेवी संस्था, बांसवाड़ा

- प्रमुख शासन सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग

- प्रमुख शासन सचिव, जनजातीय क्षेत्र विकास विभाग

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