Skip to main content

Current Affairs---Rajasthan constitutes CM advisory council and other news-


Rajasthan constitutes CM advisory council

Rajasthan Government has constituted a council headed by the chief minister to advise it to facilitate economic and social infrastructure on measures for sustainable development of the state on 29 May, 2014.

The CM advisory council is-

Chairperson- Chief Minister Shrimati Vasundhara Raje Sindhiya

Deputy chairperson- Dr Arvind Panagariya

Other members of council-

Meera Maheshwari

Bibek Debroy

Harshvardhan Nevatiya

Kiran Mazumdar Shaw

Ajay A Sriram

Malvika Singh

Mohand Das Pai

Naina Lal Kidwai

Manish Sabarwal

Rajendra S Panwar

Rajesh Shah

Rajeev Kumar

Ramesh Ramnathan

Suresh Newatia

Mrs Swati Ramnathan

Udai Kotak

राजस्थान में मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद का गठन

राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी कर राज्य के सतत, संतुलित एवं त्वरित विकास के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद का गठन 29 मई को किया।

मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद इस प्रकार है-

अध्यक्ष- मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया

उपाध्यक्ष- डॉ.अरविन्द पानगडिया

सदस्य-

मीरा महर्षि

अजय एस.श्रीराम

विवेक देबराय

हषर्वर्धन नेवटिया

किरन मजूमदार शाह

मालविका सिंह

मनीष सब्बरवाल

मोहन दास पई

नैना लाल किदवई 

राजेन्द्र एस. पवार

राजेश शाह

राजीव कुमार

रमेश रामनाथन

सुरेश नेवटिया

श्रीमती स्वाति रामनाथन

उदय कोटक

मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद में मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रास्ट्रक्चर, प्रमुख शासन सचिव वित्त को सदस्य तथा आयोजना विभाग के सचिव को सदस्य सचिव बनाया गया है। यह परिषद् राज्य के स्थाई, संतुलित और त्वरित आर्थिक विकास के लिए विशेष रूप से सड़क, ऊर्जा, जल संसाधन, शिक्षा, चिकित्सा, आजीविका व रोजगार, महिला सशक्तीकरण और पर्यटन सम्बंधी विषयों पर राज्य सरकार को अपनी सलाह देगी। यह परिषद् सामाजिक व आर्थिक ढांचे के निर्माण, शहरी विकास, सामाजिक सुरक्षा में पीपीपी मॉडल को बढ़ावा देने सहित सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मौजूदा व्यवस्था की समीक्षा कर अपने सुझाव राज्य सरकार को देगी। आवश्यकता होने पर अध्यक्ष द्वारा कार्य समूहों एवं उप समूहों का गठन किया जा सकेगा। आयोजना विभाग परिषद् के सचिवालय के रूप में कार्य करेगा।

-------------------**************---------------------

Baldev Singh of Rajasthan recieved 'National Florence Nightingale Award- 

The President of India conferred the Florence Nightingale Awards to 35 nurses from across the country at the Durbar Hall, here on International Nurses Day 12-May-2014 including Baldev Singh of Rajasthan. The International Council of Nurses celebrates the International Nurses Day in order to increase public awareness about nursing profession and its immense contribution towards health care service and innovation. The awardees were presented with Rs 50,000/-, a certificate and a medal.

Congratulating the awardees, the President said that they have distinguished themselves through their exceptional service and extraordinary dedication in the care of the sick and the infirm, and that they have brought credit to a vocation that is chosen by the most selfless and compassionate among us. In recognizing them, we pay tribute to the entire corps of nursing personnel in India, the President stated. He said that today nurses are the largest workforce in the healthcare industry in India. Nursing services and capacity building have expanded considerably since Independence and their roles and responsibilities have multiplied over the years, the President said. The theme selected by the International Council of Nurses, “Nurses: A force for change – A vital resource for health”, is quite appropriate, he said. The Council has rightly recommended that the nursing workforce in India can be an instrument of change - through better workforce planning, improvement in its education and work environment and through a constructive process of assessing and addressing the nursing workload, the President stated.

 राजस्थान के बलदेव सिंह को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार-

राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर राजस्थान के श्री बलदेव सिंह को 'राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार' से सम्मानित किया।  राष्ट्रपति श्री मुखर्जी ने देश के 35  नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में यह पुरस्कार प्रदान किये। नर्सिंग व्यवसाय तथा इसके स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में इनके महत्वपूर्ण योगदान के प्रति जन-जागरूकता बढाने तथा नवाचारों में वृद्धि करने के लिए  अंतर्राष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा प्रतिवर्ष 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है सभी पुरुस्कृत नर्सों को 50,000/- रूपए नकद, एक प्रमाणपत्र तथा मैडल प्रदान किया गया 

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि देश के स्वास्थ्य सेवा उद्योग में आज नर्स सबसे बड़ा कार्यबल है। स्वतंत्रता के बाद से नर्सिंग सेवाओं और उनकी क्षमता में काफी विस्तार हुआ है। राष्ट्रपति ने कहा कि इन वर्षों में उनकी भूमिका और जिम्मेदारियां कई गुना बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि नर्सों की अंतर्राष्ट्रीय परिषद द्वारा चुनी गई थीम- "नर्स बदलाव के लिए एक बल -  स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन" एकदम उचित है। राष्ट्रपति ने कहा कि परिषद ने एकदम सही सिफारिश की है कि भारत में बदलाव के लिए नर्सों का कार्यबल महत्वपूर्ण है।

-------------------**************--------------------- 

Shri Goswami was appointed as a member of Presiding officer, State Transport Appeal Tribunal-


District & Sessions Judge of Pali Shri Vinay Kumar Goswami was appointed as a member of Presiding officer, State Transport Appeal Tribunal of Rajasthan, Jaipur through a notification by state government from the date of taking charge.

श्री गोस्वामी राज्य परिवहन अपीलीय न्यायाधिकरण के सदस्य नियुक्त-


14 मई को राज्य सरकार ने जयपुर में एक अधिसूचना जारी कर श्री विनय कुमार गोस्वामी, जिला एवं सेशन न्यायाधीश, पाली का पदस्थापन पीठासीन अधिकारी, राज्य परिवहन अपीलीय न्यायाधिकरण, राजस्थान, जयपुर के सदस्य के रूप में कार्यभार संभालने की तिथि से किया है।

-------------------**************---------------------

नये पुलिस मुख्यालय में महानिदेशक पुलिस श्री ओमेन्द्र भारद्वाज ने कार्यभार सम्भाला-

भारतीय पुलिस सेवा के 1977 बैच के अधिकारी श्री ओमेन्द्र भारद्वाज ने सोमवार 12 मई को लालकोठी में बने नये पुलिस मुख्यालय भवन में कार्यभार सम्भाल लिया है। इससे पूर्व सम्मान गार्ड ने श्री भारद्वाज को ’’गार्ड ऑफ़ ऑनर’’ दिया। साथ ही पुलिस महानिदेशक ने सम्मान गार्ड का निरीक्षण किया।
श्री भारद्वाज ने नवीन भवन में लगी ताम्र पट्टीका का अनावरण किया। तत्पश्चात नवीन भवन का निरीक्षण भी किया। महानिदेशक पुलिस का दूसरी मंजिल के कमरा नम्बर 201 में कार्यालय होगा। पुलिस महानिदेशक ने गार्ड ऑफ़ ऑनर के बाद पुलिस अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय के कर्मचारी भी उपस्थित थे।

-------------------**************---------------------

मेवात योजना के तहत 49 कार्यों के लिए 2 करोड़ 23 लाख स्वीकृत-

मेवात विकास योजना के तहत अलवर जिले की पंचायत समिति कोटकासिम एवं उमरेण के विभिन्न गांवों में सी.सी. रोड़ एवं नाली निर्माण के कार्यों के लिए 29 मई को 2 करोड़ 23 लाख रुपये स्वीकृत किये हैं।

परियोजना निदेशक डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि स्वीकृत नाली निर्माण एवं सी.सी रोड़ निर्माण के कार्यों में पंचायत समिति कोटकासिम में 38 कार्य एवं उमरेण पंचायत समिति क्षेत्र में 78 कार्यों का निर्माण कराया जायेगा। 

-------------------**************---------------------

डांग क्षेत्राीय विकास योजना के बारां एवं करौली जिले में 37 सीसी सड़कों के लिए 2 करोड़ 38 लाख स्वीकृत-

ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 29 मई को डांग क्षेत्राीय विकास योजना के अन्तर्गत करौली एवं बारां जिलों के गांवों में 37 सीसी सड़कों के निर्माण के लिए 2 करोड़ 38 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। परियोजना निदेशक डॉ. मोहनलाल यादव ने बताया कि करौली जिले में सीसी सड़कों के साथ नाली एवं खरंजा निर्माण के लिए 72 लाख एवं जिले में 25 सीसी सड़कों के अलावा नाली व खरंजा निर्माण के लिए 166 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।

Comments

Popular posts from this blog

Baba Mohan Ram Mandir and Kali Kholi Dham Holi Mela

Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन

राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋतु के बाद मराठों के विरूद्ध क

Civilization of Kalibanga- कालीबंगा की सभ्यता-
History of Rajasthan

कालीबंगा टीला कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में घग्घर नदी ( प्राचीन सरस्वती नदी ) के बाएं शुष्क तट पर स्थित है। कालीबंगा की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। इस सभ्यता का काल 3000 ई . पू . माना जाता है , किन्तु कालांतर में प्राकृतिक विषमताओं एवं विक्षोभों के कारण ये सभ्यता नष्ट हो गई । 1953 ई . में कालीबंगा की खोज का पुरातत्वविद् श्री ए . घोष ( अमलानंद घोष ) को जाता है । इस स्थान का उत्खनन कार्य सन् 19 61 से 1969 के मध्य ' श्री बी . बी . लाल ' , ' श्री बी . के . थापर ' , ' श्री डी . खरे ', के . एम . श्रीवास्तव एवं ' श्री एस . पी . श्रीवास्तव ' के निर्देशन में सम्पादित हुआ था । कालीबंगा की खुदाई में प्राक् हड़प्पा एवं हड़प्पाकालीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस उत्खनन से कालीबंगा ' आमरी , हड़प्पा व कोट दिजी ' ( सभी पाकिस्तान में ) के पश्चात हड़प्पा काल की सभ्यता का चतुर्थ स्थल बन गया। 1983 में काली