नहीं रही पूर्व विधायक कांता कथूरिया
बीकानेर जिले के कोलायत की पूर्व विधायक कांता कथूरिया का दिनांक 15 दिसंबर को जयपुर में निधन हो गया। कई दिनों से बीमार चल रही पूर्व विधायक 80 वर्ष की थी। वे दो बार कोलायत विधानसभा क्षेत्र की विधायक रही। उनके नाम पर बीकानेर में कांता कथूरिया कॉलोनी भी बसाई गई। कांता कथूरिया बीकानेर की पहली महिला वकील थीं। इसके बाद वे नगर परिषद की प्रथम महिला चेयरमैन और जिला प्रमुख भी बनीं। वे समाज कल्याण विभाग, राजस्थान सिंधी अकादमी, स्टेट वेयर हाउस कार्पोरेशन और महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष भी रहीं। राजस्थान महिला आयोग की प्रथम अध्यक्ष भी बनीं। वे राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य भी रही थी। इसके अलावा वे कई अन्य पदों पर रहीं। बाद में उनके नाम पर कांता कथूरिया चेरिटेबल ट्रस्ट भी गठित किया गया।
पूर्व विधायक कांता कथूरिया के निधन पर वित्त आयोग के अध्यक्ष डा. बी.डी.कल्ला ने शोक व्यक्त किया है।
वर्ष 2011 का माणक अलंकरण
वर्ष 2011 का माणक अलंकरण वरिष्ठ पत्रकार एवं साप्ताहिक हरदम के प्रकाशक व संपादक देवीसिंह बड़गूजर को देने की घोषणा की गई है।
इसी क्रम में विशिष्ट प्रोत्साहन पुरस्कार (जनसम्पर्ककर्मी) उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी ललित बोहरा को, दूसरे विशिष्ट पुरस्कार (छायाकार कार्टूनिस्ट के लिए) लोकेन्द्र सिंह कार्टूनिस्ट पत्रिका/डेली न्यूज तथा तीसरे विशिष्ट पुरस्कार के लिए जलते दीप ग्रुप के माणक टीवी के कैमरामैन पत्रकार लक्ष्मीकांत पुरोहित छेनू का चयन किया गया है। दैनिक जलते दीप के संस्थापक संपादक स्व. माणक मेहता की 37वीं पुण्यतिथि पर जोधपुर मेँ आयोजित एक संगोष्ठी में राजस्थान मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष जस्टिस राजेश बालिया ने इन पुरस्कारों की घोषणा की।
देवीसिंह बड़गूजर का संक्षिप्त परिचय-
देवीसिंह बड़गूजर ने 1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपने क्षेत्र में काफी सेवाएं दी। 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद अपने व्यवसाय के साथ-साथ लेखन का काम भी प्रारंभ किया तथा देश भक्ति गीत और अन्य रचनाएं आदि भी लिखी जिनका स्थानीय अखबार दैनिक जनगण और दैनिक जलते दीप में प्रकाशन हुआ। इन्होंने 1973 में दैनिक जनगण के रविवारीय परिशिष्ठ में बच्चों के लिए "गप्पी काका की गप्पे" शीर्षक से कॉलम प्रारंभ किया तथा दैनिक जलते दीप में भी समसामयिक लेख प्रकाशित कराए। 1975 में वे दैनिक जलते दीप से जुड़ कर पूर्णतया पत्रकारिता के क्षेत्र में उतर आए और इस समाचार पत्र के रविवारीय पृष्ठ में काका जोधपुरी के नाम से इन्होंने पाठकों के सवालों का जवाब देने का लोकप्रिय कॉलम शुरू किया। खोजपूर्ण एवं सही तथ्यों के साथ समाचार संकलन में विश्वास रखने वाले बड़गूजर को "गोटारू में गैस का भंडार मिला" शीर्षक वाली खबर सही पाने पर दैनिक जलते दीप के पुरस्कृत किया और यह खबर प्रथम पृष्ठ पर बाक्स में छापी। कई चर्चित खबरें लिखने वाले देवीसिंह ने दैनिक जलते दीप के विशेष संवाददाता के पद पर रहते हुए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन वर्ष 1986 में राजस्थान के पहले प्रतिरक्षा संवाददाता के रूप बेसिक प्रशिक्षण प्राप्त किया।
जलते दीप में डाक संस्करण प्रभारी, सिटी संस्करण प्रभारी के अलावा समाचार संपादक के रूप में भी कार्य करने वाले देवीसिंह बड़गूजर 1999 में दैनिक भास्कर से जुड़े तथा राजस्थान के पहले प्रतिरक्षा संवाददाता होने के नाते उन्हें कारगिल जाकर युद्ध की रिपोटिंग करने का दायित्व मिला और वहां दो बार मौत के मुंह से बचकर युद्ध की उत्कृष्ट रिपोर्टिंग की। दैनिक भास्कर में सैन्य व औद्योगिक क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों की खबरों का प्रकाशन कर उन्होंने अत्यधिक सम्मान अर्जित किया। दैनिक भास्कर से अलग होने के बाद उन्होंने हिन्दी साप्ताहिक हरदम का प्रकाशन शुरू किया। हरदम साप्ताहिक अखबार वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। बाद में वे सांध्य दैनिक राजस्थान केसरी से जुड़े और उसका सफल प्रकाशन किया। तत्पश्चात वे दैनिक नवज्योति जोधपुर से जुड़ गए तथा वर्तमान में दैनिक नवज्योति में वरिष्ठ उप संपादक व सीनियर रिपोर्टर के पद पर अपनी कलम के जलवे दिखा रहे है।
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) करेगा राजस्थान के पत्थर उद्योग को आधुनिक
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) ने राजस्थान के पत्थर उद्योग के तकनीकी रूप आधुनिकीकरण करने तथा जयपुर में पत्थर परीक्षण केंद्रों के सशक्तीकरण करने के लिए हाल ही में एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की।
इस परियोजना का संचालन यूनिडो के इंटरनेशल सेंटर फॉर एडवांसमेंट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (आईसीएएमटी) द्वारा किया जाएगा। परियोजना खनन उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ भंडारों के न्यायोचित इस्तेमाल तथा उनका क्षरण रोकने के लिए नवीन प्रौद्योगिकी एवं नवीन विधियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। सीडीओएस और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) द्वारा राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम के सहयोग से जयपुर में ‘'ग्लोबल स्टोन टेक्नोलॉजी फोरम-2011’' पर आयोजित सेमिनार में बताया गया कि यह कार्यक्रम पत्थर से सम्बंधित मुद्दों का समाधान करेगा।
इनमें अप्रचलित प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण, बेकार चीजें का उपयोग, मूल्य संवर्धन, प्रयोग के लिए उचित पत्थरका प्रमोशन, प्रकाशन, शोध एवं विकास और ‘सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ स्टोन’ (सीडीओएस) जोधपुर की क्षमता संवर्धन करना सम्मिलित है। इससे पूर्व में भी आईसीएएमटी ने देश में पत्थर उद्योग के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम लागू किया था, जिसमें भी राजस्थान पर ध्यान केंद्रित किया गया था। देश में अपनी तरह का प्रथम पत्थर परीक्षण केंद्र जोधपुर में सीडीओएस के परिसर में स्थापित है।
बीकानेर जिले के कोलायत की पूर्व विधायक कांता कथूरिया का दिनांक 15 दिसंबर को जयपुर में निधन हो गया। कई दिनों से बीमार चल रही पूर्व विधायक 80 वर्ष की थी। वे दो बार कोलायत विधानसभा क्षेत्र की विधायक रही। उनके नाम पर बीकानेर में कांता कथूरिया कॉलोनी भी बसाई गई। कांता कथूरिया बीकानेर की पहली महिला वकील थीं। इसके बाद वे नगर परिषद की प्रथम महिला चेयरमैन और जिला प्रमुख भी बनीं। वे समाज कल्याण विभाग, राजस्थान सिंधी अकादमी, स्टेट वेयर हाउस कार्पोरेशन और महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष भी रहीं। राजस्थान महिला आयोग की प्रथम अध्यक्ष भी बनीं। वे राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य भी रही थी। इसके अलावा वे कई अन्य पदों पर रहीं। बाद में उनके नाम पर कांता कथूरिया चेरिटेबल ट्रस्ट भी गठित किया गया।
पूर्व विधायक कांता कथूरिया के निधन पर वित्त आयोग के अध्यक्ष डा. बी.डी.कल्ला ने शोक व्यक्त किया है।
वर्ष 2011 का माणक अलंकरण
वर्ष 2011 का माणक अलंकरण वरिष्ठ पत्रकार एवं साप्ताहिक हरदम के प्रकाशक व संपादक देवीसिंह बड़गूजर को देने की घोषणा की गई है।
इसी क्रम में विशिष्ट प्रोत्साहन पुरस्कार (जनसम्पर्ककर्मी) उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी ललित बोहरा को, दूसरे विशिष्ट पुरस्कार (छायाकार कार्टूनिस्ट के लिए) लोकेन्द्र सिंह कार्टूनिस्ट पत्रिका/डेली न्यूज तथा तीसरे विशिष्ट पुरस्कार के लिए जलते दीप ग्रुप के माणक टीवी के कैमरामैन पत्रकार लक्ष्मीकांत पुरोहित छेनू का चयन किया गया है। दैनिक जलते दीप के संस्थापक संपादक स्व. माणक मेहता की 37वीं पुण्यतिथि पर जोधपुर मेँ आयोजित एक संगोष्ठी में राजस्थान मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष जस्टिस राजेश बालिया ने इन पुरस्कारों की घोषणा की।
देवीसिंह बड़गूजर का संक्षिप्त परिचय-
देवीसिंह बड़गूजर ने 1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपने क्षेत्र में काफी सेवाएं दी। 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद अपने व्यवसाय के साथ-साथ लेखन का काम भी प्रारंभ किया तथा देश भक्ति गीत और अन्य रचनाएं आदि भी लिखी जिनका स्थानीय अखबार दैनिक जनगण और दैनिक जलते दीप में प्रकाशन हुआ। इन्होंने 1973 में दैनिक जनगण के रविवारीय परिशिष्ठ में बच्चों के लिए "गप्पी काका की गप्पे" शीर्षक से कॉलम प्रारंभ किया तथा दैनिक जलते दीप में भी समसामयिक लेख प्रकाशित कराए। 1975 में वे दैनिक जलते दीप से जुड़ कर पूर्णतया पत्रकारिता के क्षेत्र में उतर आए और इस समाचार पत्र के रविवारीय पृष्ठ में काका जोधपुरी के नाम से इन्होंने पाठकों के सवालों का जवाब देने का लोकप्रिय कॉलम शुरू किया। खोजपूर्ण एवं सही तथ्यों के साथ समाचार संकलन में विश्वास रखने वाले बड़गूजर को "गोटारू में गैस का भंडार मिला" शीर्षक वाली खबर सही पाने पर दैनिक जलते दीप के पुरस्कृत किया और यह खबर प्रथम पृष्ठ पर बाक्स में छापी। कई चर्चित खबरें लिखने वाले देवीसिंह ने दैनिक जलते दीप के विशेष संवाददाता के पद पर रहते हुए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन वर्ष 1986 में राजस्थान के पहले प्रतिरक्षा संवाददाता के रूप बेसिक प्रशिक्षण प्राप्त किया।
जलते दीप में डाक संस्करण प्रभारी, सिटी संस्करण प्रभारी के अलावा समाचार संपादक के रूप में भी कार्य करने वाले देवीसिंह बड़गूजर 1999 में दैनिक भास्कर से जुड़े तथा राजस्थान के पहले प्रतिरक्षा संवाददाता होने के नाते उन्हें कारगिल जाकर युद्ध की रिपोटिंग करने का दायित्व मिला और वहां दो बार मौत के मुंह से बचकर युद्ध की उत्कृष्ट रिपोर्टिंग की। दैनिक भास्कर में सैन्य व औद्योगिक क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों की खबरों का प्रकाशन कर उन्होंने अत्यधिक सम्मान अर्जित किया। दैनिक भास्कर से अलग होने के बाद उन्होंने हिन्दी साप्ताहिक हरदम का प्रकाशन शुरू किया। हरदम साप्ताहिक अखबार वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। बाद में वे सांध्य दैनिक राजस्थान केसरी से जुड़े और उसका सफल प्रकाशन किया। तत्पश्चात वे दैनिक नवज्योति जोधपुर से जुड़ गए तथा वर्तमान में दैनिक नवज्योति में वरिष्ठ उप संपादक व सीनियर रिपोर्टर के पद पर अपनी कलम के जलवे दिखा रहे है।
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) करेगा राजस्थान के पत्थर उद्योग को आधुनिक
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) ने राजस्थान के पत्थर उद्योग के तकनीकी रूप आधुनिकीकरण करने तथा जयपुर में पत्थर परीक्षण केंद्रों के सशक्तीकरण करने के लिए हाल ही में एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की।
इस परियोजना का संचालन यूनिडो के इंटरनेशल सेंटर फॉर एडवांसमेंट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (आईसीएएमटी) द्वारा किया जाएगा। परियोजना खनन उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ भंडारों के न्यायोचित इस्तेमाल तथा उनका क्षरण रोकने के लिए नवीन प्रौद्योगिकी एवं नवीन विधियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। सीडीओएस और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) द्वारा राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम के सहयोग से जयपुर में ‘'ग्लोबल स्टोन टेक्नोलॉजी फोरम-2011’' पर आयोजित सेमिनार में बताया गया कि यह कार्यक्रम पत्थर से सम्बंधित मुद्दों का समाधान करेगा।
इनमें अप्रचलित प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण, बेकार चीजें का उपयोग, मूल्य संवर्धन, प्रयोग के लिए उचित पत्थरका प्रमोशन, प्रकाशन, शोध एवं विकास और ‘सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ स्टोन’ (सीडीओएस) जोधपुर की क्षमता संवर्धन करना सम्मिलित है। इससे पूर्व में भी आईसीएएमटी ने देश में पत्थर उद्योग के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम लागू किया था, जिसमें भी राजस्थान पर ध्यान केंद्रित किया गया था। देश में अपनी तरह का प्रथम पत्थर परीक्षण केंद्र जोधपुर में सीडीओएस के परिसर में स्थापित है।
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