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परीक्षापयोगी राजस्थान समसामयिक सामान्य ज्ञान

कोटा की गगनप्रीत का चयन स्कूली वर्ल्ड जूड़ो चैम्पियनशिप के लिए

कोटा के दादाबाड़ी निवासी एक ट्रक ड्राइवर की बेटी 16 वर्षीय गगनप्रीत कौर ब्राजील में मार्च माह में आयोजित होने वाले स्कूली वर्ल्ड जूड़ो चैम्पियनशिप में अपना दमखम दिखाएगी।
मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी गगनप्रीत सेंट जोसफ स्कूल की 12 वीं कक्षा की छात्रा है। उसके पिता जसवीर सिंह ट्रक मालिक व चालक हैं। गगनप्रीत की मां कुलविन्दर गृहिणी हैं।
गगनप्रीत कौर ने हॉल ही में 57 वीं स्कूली नेशनल जूड़ो चैम्पियनशिप में 44 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता तथा उसका चयन ब्राजील में मार्च में आयोजित होने वाली उक्त विश्व चैम्पियनशिप के लिए किया गया, जिसका प्रशिक्षण शिविर एक फरवरी 2012 से लगेगा।
गगनप्रीत प्रतिदिन सुबह ध्यानचंद स्टेडियम में रनिंग करती है और शाम 4 से8 बजे तक जवाहरनगर स्थित देवभूमि जूड़ो-कुश्ती प्रशिक्षण केन्द्र पर प्रशिक्षक रवि गुप्ता से खेल के गुर सीखती है।
गगनप्रीत का चयन वर्ष 2010 जुलाई में थाइलैंड में आयोजित जूनियर एशियन जूड़ो-कुश्ती चैम्पियनशिप के लिए भी हुआ था तथा वह वहाँ उसमें भाग लेने के लिए भी गई थी, लेकिन वहां उसकी तबियत खराब हो गई थी तथा वह खेल नहीं पाई थी।


राजस्‍थानी फिल्‍म भोभर द्वितीय कोरि‍न्थियन फिल्‍म फेस्टिवल में जाएगी

राजस्‍थानी फिल्‍म भोभर का वर्ल्‍ड प्रीमियर छह दिसम्‍बर को यूनान के कोरिन्‍थ शहर में आयोजित होने वाले द्वितीय कोरि‍न्थियन फिल्‍म फेस्टिवल में किया जाएगा। इसी प्रकार दिसंबर के प्रथम सप्‍ताह में बंगलौर में आयोजित होने वाले चौथे स्‍टेपिंग स्‍टोन इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल में भी भोभर की स्‍क्रीनिंग होगी। इस तरह दक्षिण भारत और भारत के बाहर दिखाए जाने के मामले में भोभर राजस्‍थानी में बनी संभवतः पहली फिल्‍म हो गई है। इस फिल्‍म के निर्देशक गजेंद्र श्रोत्रिय है। इससे पूर्व यह फिल्म हरियाणा इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल, यमुनानगर में, अंतर्राष्ट्रीय फिल्‍म महोत्सव जयपुर में तथा जयपुर में ही हाल ही में आयोजित हुए राजस्‍थानी फिल्‍म फेस्टिवल में अपने प्रदर्शन के लिए लो‍कप्रियता अर्जित कर चुकी है। फिल्म के निर्देशक श्रोत्रिय के अनुसार फिल्‍म आम लोगों के लिए फरवरी माह में राजस्‍थान के सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। बंगलौर में छह से तेरह दिसंबर तक होने वाले स्‍टेपिंग स्‍टोन फिल्‍म फेस्टिवल में दिखाई जानी वाली कुल 19 फीचर फिल्‍मों में भारत से दिखाए जाने वाली एकमात्र भोभर ही है। इसी प्रकार यूनान के ऐतिहासिक शहर कोरिन्‍थ में भारत का प्रतिनिधित्‍व करने वाली भी यह एकमात्र फिल्म है।

आदर्श ग्राम योजना

प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना राज्य के श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों के 225 अनुसूचित जाति बहुल गांवों के संभावित विकास के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित की जा रही है। वर्तमान में यह योजना श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ तहसील के 66, घड़साना तहसील के 53 एवं पदमसर तहसील के 41 तथा हनुमानगढ़ जिले की टिब्बी तहसील के 30 तथा पीलीबंगा के 35 गांवों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित की जा रही है। राज्य सरकार ने प्रत्येक गांव के लिए पांच-पांच लाख रुपए राज्यांश के रूप में उपलब्ध कराने की सहमति प्रदान की थी। 25 नवम्बर को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के पायलेट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत चयनित 225 गांवों के लिए करीब 34 करोड़ रुपए की राशि का अतिरिक्त बजट प्रावधान स्वीकृत किया।

नया वायुयान एवं हेलीकॉप्टर खरीदेगी सरकार - पुरानों की होगी नीलामी

राज्य सरकार ने राजकीय बेडे में शामिल दो एयरक्राफ्ट क्रमशः सी-90 एवं बी-200 तथा हेलीकॉप्टर अगस्ता की नीलामी कर इनके स्थान पर एक नया वायुयान एवं एक नया हेलीकॉप्टर खरीदने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में स्वीकृति प्रदान कर दी है।
राज्य सरकार के निर्णयानुसार वायुयान सी-90 अब 22 वर्ष पुराना हो चुका है जिसकी खरीद वर्ष 1989 में की गई थी। आर्थिक दृष्टि से इसका संचालन राज्य सरकार के लिये अब लाभदायक नहीं रह गया है। इसके रख-रखाव पर हर वर्ष 70-75 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं।
राजकीय बेडे में शामिल एक अन्य विमान बी-200 जिसका पिछली सरकार के समय खरीदते ही एक्सीडेन्ट हो गया था, को रिपेयर करवाने में ही दो साल लग गए। नोजलैंडिंग के कारण इस विमान को भारी नुकसान पहुंचा थी तथा इसके दोनों इंजन बदले गए थे। इसी को राजकीय वायुयान के रूप में उड़ाया रहा है।
हेलीकॉप्टर अगस्ता 20 नवम्बर 2011 को दूसरी बार दुर्घटना का शिकार हुआ जब मुख्यमंत्री न्यांगल बड़ी (तहसील राजगढ़ जिला चुरु) में महिला स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे। हेलीकॉप्टर केरोटर की ब्लेड टूट जाने के कारण उसे आपात स्थिति में चांदगढी में एक समतल मैदान पर उतारना पड़ा था। पहली बार इस हेलीकॉप्टर को मई 2008 में तत्कालीन सरकार के समय आपात स्थिति में उतारना पड़ा था। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ओंकारश्‍वर मंदिर (शिव मंदिर) के दर्शन करने के बाद जैसे ही इच्छा देवी मंदिर दर्शन के लिए रवाना हुई, तभी कुछ ही देर बाद रोटर को सिग्नल देने वाला कम्प्यूटर खराब हो गया और पायलटों को आपात स्थिति में इसे भानभाद में एक खेत में उतारना पड़ा। उसके बाद यह हेलीकॉप्टर दो-तीन दिन वहीं खड़ा रहा एवं बाद में उसे ऑटो पायलट से मेन्यूअल कर कोटा होते हुए जयपुर लाया गया। इस प्रकार पिछली सरकार के समय खरीदे गए विमान एवं हेलीकॉप्टर दोनों मुख्यमंत्रियों के जीवन को जोखिम में डाल चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने एक नया विमान एवं एक नया हेलीकॉप्टर खरीदने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं।

Comments

  1. गगनप्रीत को ढेरों बधाई।

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  2. राजस्थान की बेटी के चयन पर सम्पूर्ण राजस्थान को ही बधाई।

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